मुंबई, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने विदेश में सेक्स रैकिट चलाने के आरोप में सोमवार को मोहम्मद कमाल शेख, टिकू दिनेश राज और फरीद उल हक नामक तीन आरोपियों को अरेस्ट किया था। पुलिस पूछताछ में उनसे कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में डांस बार बंद हैं लेकिन आर्केस्ट्रा के बहाने अभी भी होटेल मालिक अपने यहां लड़कियों को बुलाते रहते हैं।
ये लड़कियां प्राय: राजस्थान के अलवर, भरतपुर और यूपी के आगरा शहर की होती हैं। मुंबई के होटलों में नौकरी के बहाने कई लड़कियों के फोटो खींच लिए गए थे। बाद में इन्हें सोमवार को गिरफ्तार आरोपियों को फॉरवर्ड कर दिया गया था। इन आरोपियों ने फिर इन फोटो को दुबई और खाड़ी के तमाम शहरों के होटल मालिकों को भेज दिया था। वहां से जिन लड़कियों के बारे में हां की गई, उनसे फिर मुंबई में बातचीत की गई।
इन लड़कियों के द्वारा विदेश में जाने की सहमति मिलते ही उन्हें अडवांस में 20 हजार रुपये दिए गए। उनसे फिर पासपोर्ट मांगे गए। जिनके पास पासपोर्ट नहीं थे, उनके बनवाए गए। सीनियर इंस्पेक्टर अजय सावंत, सुनील पवार, राजू सुर्वे और सुशील बंजारी द्वारा की गई जांच में पता चला कि आरोपियों ने सभी लड़कियों से उनके परिवार के किसी करीबी आदमी के बैंक अकाउंट नंबर भी मांगे।
काउंटर पर पेमेंट
इन खातों में 50 हजार रुपये प्रतिमाह के हिसाब से तीन महीने के डेढ़ लाख रुपये अडवांस में डाले गए। इसके बाद लड़कियों का टूरिस्ट या बिजनेस वीजा बनवाया गया। फिर किसी को दुबई तो किसी को बहरीन या खाड़ी के अलग-अलग देशों में भेजा गया। जो लड़कियां सीधे दुबई जाती थीं, उन्हें अलग तरह से वहां ट्रैप में फांसा जाता था। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में डांस बारों में ग्राहकों द्वारा लड़कियों पर नोट न्योछावर करने का इतिहास है। लेकिन दुबई और विदेश के कुछ अन्य शहरों में डांस बारों में आने वाले ग्राहकों को काउंटर पर अलग तरह के कार्ड दिए जाते हैं।
दुबई के होटेल में एक कार्ड की कीमत 50 दिरहम रखी गई है। किसी ग्राहक को डांस के दौरान जो लड़की पसंद होती है, वह उसके नाम से वहां लगी मशीनों में कार्ड स्वाइप करता है। वह जितने कार्ड स्वाइप करता है, उसका पूरा हिसाब होटेल के काउंटर के कंप्यूटर पर आ जाता है। ग्राहक जब भी डांस बार से बाहर निकलता है, उसे वहां स्वाइप किए गए कार्ड का काउंटर पर पेमेंट करना होता है।
400 कार्ड की शर्त
मुंबई से जिन लड़कियों को तीन माह की कुल डेढ़ लाख रुपये की अडवांस सैलरी देकर विदेश बुलाया जाता है, उन्हें वहां जाकर बताया जाता है कि अगले तीन महीने में उनके नाम से ग्राहकों द्वारा कम से कम 400 कार्ड स्वाइप होने ही चाहिए, अन्यथा उनके पासपोर्ट नहीं लौटाए जाएंगे। कोई भी लड़की सिर्फ डांस के जरिए ग्राहकों से इतने कार्ड स्वाइप नहीं करवा पाती थी, इसलिए उसे होटेल के एक कमरे में भेज दिया जाता था। वहां ग्राहक द्वारा उससे सेक्स किया जाता था। ग्राहक बदले में उस लड़की के नाम उसी दिन एक नहीं, दर्जनों कार्ड स्वाइप करता था। 400 कार्ड स्वाइप होने और तीन महीने गुजरने के बाद लड़की को वापस मुंबई भेज दिया जाता था और फिर दूसरी लड़की को मुंबई से वहां भेजा जाता था।
ऐसा हुआ भंडाफोड़
एक लड़की को दुबई में जब यह हरकत पसंद नहीं आई तो उसने उसे वापस भारत भेजने का दबाव डाला। तब उससे वहां कहा गया कि वह अपने परिवार वालों को फोनकर मुंबई में उस एजेंट को दो लाख रुपये दिलवाए, जिसने उसे दुबई भिजवाया था। मुंबई क्राइम ब्रांच के डीसीपी दिलीप सावंत को इसकी कहीं से टिप मिल गई।
इसी के बाद उन्होंने इंस्पेक्टर सचिन कदम और अपने अधिकारियों को ट्रैप लगाने का आदेश दिया। उसी के बाद मुंबई के रास्ते विदेश में चल रहे इस सेक्स रैकिट का भंडाफोड़ हुआ। गिरफ्तार आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि वे पिछले करीब एक दशक से भारत से लड़कियों को विदेश भिजवा रहे थे। बदले में उन्हें वहां के होटेल मालिकों द्वारा मोटा पेमेंट किया जाता था।