मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा और लोकसभा दोनों ही चुनाव शिवसेना के साथ मिलकर लड़ने के लिए भाजपा तैयार है। भाजपा चाहती है कि कांग्रेस-राकांपा महागठबंधन के सामने दोनों पार्टियां मिलकर चुनाव लड़ें, वरना दोनों को नुकसान होगा। दरअसल, शिवसेना को विधानसभा के चुनावों में ज्यादा दिलचस्पी है। वह चाहती है कि भाजपा को गठबंधन करना है, तो दोनों चुनावों के लिए गठबंधन करे। जबकि भाजपा चाहती है कि पहले लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, इसलिए शिवसेना लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन करे।
सहमी है भाजपा: असल में राज्य में अब भाजपा के खिलाफ माहौल बनने लगा है और इस बात को वह भांप गई है। इसीलिए वह चाहती है कि किसी भी सूरत में वह शिवसेना को साथ लेकर ही चुनाव लड़े। इस संबंध में जल्द ही भाजपा के नेता शिवसेना के नेताओं से मिलेंगे।
हिंदुत्व की दुहाई: शिवसेना को अपने साथ लाने के लिए भाजपा हिंदुत्व की दुहाई दे रही है। भाजपा के एक नेता का तो यहां तक कहना है कि अगर शिवसेना राज्य में अपना मुख्यमंत्री देखना चाहती है, तो इसमें कोई बुराई नहीं है। चुनावों के बाद जिसके ज्यादा विधायक होंगे उसका ही सीएम होगा। हिंदुत्ववादी मतों में विभाजन रोकने के लिए हम किसी भी तरह यह गठबंधन कायम रखना चाहते हैं।