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दिल्ली के बीच अब 91 नहीं 130 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी राजधानी

मुंबई, दिल्ली-मुंबई के बीच राजधानी एक्सप्रेस की जल्दी ही गति बढ़ने वाली है। इसके लिए तैयारियां की जा रही हैं। एक महीने पहले मुंबई से दिल्ली के बीच चलने वाली विशेष राजधानी एक्सप्रेस का पुश-पुल मोड में ट्रायल किया गया था। ट्रेन के दोनों छोर पर इंजन लगाकर इसे 130 किमी प्रतिघंटा की औसत रफ्तार से दौड़ाया गया था। परीक्षण सफल होने के बाद अब बोर्ड की ओर से पश्चिम रेलवे को तैयारी करने के लिए आदेश मिल चुके हैं। दो-तीन महीने में राजधानी एक्सप्रेस और भी अधिक रफ्तार से दौड़ने के लिए तैयार हो जाएगी। अभी राजधानी एक्सप्रेस की औसत स्पीड 91.2 किमी प्रति घंटा है, इसे अधिकतम 130 किमी/घंटा तक बढ़ाया जा सकेगा।
बोर्ड से मिली स्वीकृति
पिछले महीने पश्चिम रेलवे और रिसर्च एंड डिजाइन स्टैंडर्ड ऑर्गनाईजेशन (आरडीएसओ) द्वारा मिलकर किए गए ट्रायल के बाद रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी गई थी। आरडीएसओ ने बताया कि 6 नवंबर को बोर्ड ने इस प्रोजेक्ट को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। पश्चिम रेलवे को आरडीएसओ की ओर से 8 नवंबर को चिट्ठी मिली, जिसमें लोकोमोटिव (इंजन) और कोच में बदलाव के निर्देश दिए हैं। ट्रेन क्रमांक 12951-51 राजधानी एक्सप्रेस और 12953-54 अगस्त क्रांति राजधानी में बदलाव किए जाएंगे।
कैसे हुआ था ट्रायल
बांद्रा से दिल्ली के बीच चलाई गई विशेष राजधानी एक्सप्रेस के 18 डिब्बों ट्रेन के आगे और पीछे इंजन जोड़कर ट्रायल किया गया। ट्रायल के पहले दिन ट्रेन ने बांद्रा से वड़ोदरा तक 23 मिनट बचाए। पहले चरण में बांद्रा से वड़ोदरा तक ट्रेन को ले जाया गया। इस दौरान ट्रेन की औसत गति 130 किमी प्रतिघंटा रही। दूसरे चरण में इसे वड़ोदरा से कोटा तक ट्रेन को 130 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ले जाया गया और तीसरे चरण में कोटा से दिल्ली तक ट्रेन को 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से ले जाया जाएगा। यह गतिमान एक्सप्रेस की स्पीड है।
बदलाव जरूरी
ट्रेन के दोनों छोर पर लगे इंजन का तालमेल टूटने पर ट्रेन बेपटरी भी हो सकती है। ट्रायल के दौरान दोनों इंजन को बोगी के नीचे केबल के माध्यम से पावर डिस्ट्रिब्यूट किया गया, दूसरे ट्रायल में यही काम वायरलेस तकनीक से किया गया।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी रविंद्र भाकर ने बताया, ‘पिछले महीने राजधानी की स्पीड बढ़ाने के ट्रायल सफल हुए हैं। अब लोकोमोटिव में बदलाव का काम वड़ोदरा लोकोशेड और कोच का काम मुंबई में हो रहा है। 2-3 महीने में स्पीड के साथ राजधानी एक्सप्रेस चलने वाली है।’

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