गुजरात के दाहोद में अंधविश्वास के चलते बर्बरता की एक शर्मनाक घटना सामने आई है. डायन होने के शक में देवरानी-जेठानी को पेड़ में बांधकर उन्हें गर्म लोहे से दागा गया. हैरत की बात है कि परिवार के लोगों ने इस वारदात को अंजाम दिया है. ओझा ने दोनों महिलाओं पर डायन का साया होने की बात कही थी.
असल में, कुछ दिनों पहले परिवार में बुखार के बाद अचानक ही एक 14 साल के बच्चे की मौत हो गई थी. इसके बाद परिवार के लोग परेशान हो गए और उन्हें लगा कि इसके पीछे किसी ऊपरी ताकत का साया है. परिवार को लोग यह जानने के लिए ओझा के पास पहुंच गए.
ओझा ने परिवार के सभी सदस्यों का नाम चिठ्ठी में लिख फेंका. इस प्रक्रिया में देवरानी-जेठानी के नाम की चिठ्ठी खुली और इसके बाद दोनों महिलाओं के साथ परिवार के लोगों ने यह सलूक किया. जख्मी देवरानी-जेठानी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है.
एक पीड़ित महिला की बेटी पुष्पा ने बताया कि डायन कहते हुए उसकी मां को घर से खींचकर बाहर लाया गया और फिर में पेड़ से बांधकर गर्म लोहे से दागा गया. पीड़ित महिलाओं के अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद ही मामला सामने आ पाया. पीड़िता नूरीबेन की बेटी ने दाहोद के लिमडी थाना में शिकायत दर्ज कराई है. पुलिस ने जेठ मासूभाई डामोर समेत परिवार के दूसरे सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
चश्मदीदों ने पुलिस को बताया कि देवरानी-जेठानी को बचाने के लिए जो लोग सामने आए परिवार के लोगों ने उनके साथ भी मारपीट की और तलवार लेकर दौड़ पड़े.