Saturday, October 19metrodinanktvnews@gmail.com, metrodinank@gmail.com

मुंबईः अब पब्लिक देगी ऑटो, टैक्सी ड्राइवरों को रेटिंग

मुंबई, कुछ ऑटो, टैक्सी ड्राइवर पब्लिक के साथ अक्सर बदतमीजी करते हैं। कई बार वे रैश ड्राइविंग भी करते हैं। अब पब्लिक को ड्राइवरों की रेटिंग देने का जिम्मा सौंपा गया है। ऐसा क्यूआर कोड सिस्टम की वजह से संभव हो पाया है। महाराष्ट्र सरकार के आईपीएस अधिकारी राजतिलक रौशन ने शनिवार को यह जानकारी दी। रौशन ने बताया कि नागपुर में 20 ऑटो में क्यूआर कोड सिस्टम आरंभ किया गया है। महाराष्ट्र में यह पहला प्रयोग है। धीरे-धीरे यह सभी ऑटो में लागू किया जाएगा। नागपुर में करीब 15 हजार ऑटो हैं। कुछ समय पहले ट्रैफिक पुलिस के जॉइंट कमिश्नर अमितेश कुमार ने कहा था कि मुंबई में भी इसे लागू किया जाएगा। रौशन के अनुसार, जब भी कोई यात्री ऑटो में बैठे, वह अपने स्मार्ट फोन से ऑटो में लगे क्यूआर कोड नंबर को स्कैन कर ले। इससे ऑटो और ऑटो ड्राइवर दोनों की डिटेल आ जाएगी। यदि ऑटो में बैठने वाली महिला या लड़की है, तो वह अपनी सेफ्टी के लिए ऑटो स्टार्ट होते ही अपने परिवार को क्यूआर कोड नंबर से मिली डिटेल फॉरवर्ड कर सकती है। इससे यदि लड़की/महिला के साथ कोई अनहोनी हुई, तो परिवार पुलिस को क्यूआर कोर्ड से मिली पूरी जानकारी दे सकता है। आरोपी ड्राइवर तब फौरन पकड़ा लिया जाएगा।
में फीड किया जा सकता है। वहां से यह रेटिंग ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम में अपने आप जाएगी। इस सिस्टम के बाद जो बिना परमिट के ऑटो या टैक्सियां चलती हैं, वे रेडार पर अपने आप ही आ जाएंगी, क्योंकि क्यूआर कोड सिस्टम उन्हीं ऑटो या टैक्सियों में लागू होगा, जिनके ड्राइवरो के पास वैध परमिट होगा।
छूटे बैग तत्काल मिलेंगे
रौशन कहते हैं कि क्यूआर कोड से हर तरह के अपराधों को भी रोकने में भी मदद मिलेगी, क्योंकि अक्सर देखा गया है कि कुछ ऑटो चालक बड़ी वारदातों को अंजाम देने में अपराधियों की मदद करते रहे हैं। उनका कहना है कि यदि कभी किसी का बैग ऑटो में छूट गया, तो उसे क्यूआर कोड से ट्रेस किया जा सकता है।
पकड़ जाएंगीं अवैध ऑटो, टैक्सियां
सबसे महत्चपूर्ण बात यह कि यह सिस्टम ड्राइवर का व्यवहार मॉनिटर करने में बड़ा काम आएगा। क्यूआर कोड में पब्लिक को ड्राइवर को एक से पांच स्टार रेटिंग देने का भी सिस्टम रखा गया है। इस रेटिंग को उसी क्यूआर कोड सिस्टम में फीड किया जा सकता है। वहां से यह रेटिंग ट्रैफिक पुलिस के सिस्टम में अपने आप जाएगी। इस सिस्टम के बाद जो बिना परमिट के ऑटो या टैक्सियां चलती हैं। वे रेडार पर अपने आप आ जाएंगीं, क्योंकि क्यूआर कोड सिस्टम उन्हीं ऑटो या टैक्सियों में लागू होगी जिनके ड्राइवरों के पास वैध परमिट है।

Spread the love