मुंबई, वीकेंड और ठंड का मौसम आते ही कोल्ड बीयर सहित रम की मांग बढ़ जाती है। लोग ऑडर देकर घर पर ही ड्रिंक मंगवाना पसंद करते हैं लेकिन इन दिनों ऐसे लोग ठगों के निशाने पर हैं। दरअसल, ठग इंटरनेट में लिकर शॉप्स की डीटेल में अपना नंबर पोस्ट कर रहे हैं। ग्राहक उन्हें फोन करके ऑर्डर करता है और पेमेंट के बाद ऑर्डर डिलीवर नहीं होते पर उन्हें धोखाधड़ी का पता चलता है। मुंबई के कई थानों में इन दिनों ऐसी शिकायतों की भरमार है। लगभग छह थानों की पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है। महाराष्ट्र वाइन मर्चेंट असोसिएशन में भी लगभग एक दर्जन वाइन शॉप के मालिकों ने शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस थानों में कई शिकायतें
पुलिसवालों ने बताया कि मुंबई के बांद्रा, सैंटाक्रूज, घाटकोपर और चेम्बूर जैसे कई थानों में ऐसी शिकायतें दर्ज हुई हैं। इस केस की जांच कर रहे एक अधिकारी ने बताया, ‘ऐसे कई ऐप्स हैं जो यूजर्स को सर्च इंजन पर व्यवसाय सूची जानकारी में परिवर्तन करने का अधिकार देते हैं। सामान्यतया, सर्च इंजनों को दुकान मालिकों या प्रबंधकों को किसी भी तरह का बदलाव होने पर उसका नोटिफिकेशन भेजना चाहिए, लेकिन ज्यादातर मामलों में ऐसा कोई भी नोटिफिकेश नहीं भेजा जाता है। दुकान के मालिक और उनके कर्मचारी या मैनेजर भी इसकी जांच नहीं करते हैं।’
बांद्रा के रहने वाले नीरज कोल्ला ने बताया, ‘मैंने अपने इलाके की सबसे अच्छी दुकान का नंबर इंटरनेट पर देखा और 1,300 रुपये का पेमेंट करके वाइन ऑर्डर की। मुझे ई वॉलेट में पेमेंट कराया गया। जब ऑर्डर डिलीवर नहीं हुआ तो पूछने पर उस व्यक्ति ने बैंक अकाउंट डीटेल मांगा और कहा कि रकम रिफंड कर देगा। तब मुझे लगा कि मेरा साथ धोखाधड़ी हुई है। मैंने ऐप में लोकेशन चेक की तो पता चला कि वह व्यक्ति राजस्थान में था। बाद में मुझे पता चला कि मेरी तरह ही कई लोग ठगी का शिकार हो चुके हैं।’
ऐसे मामलों से दुकानदारों की छवि खराब
वहीं दुकानवालों का कहना है कि इस तरह के मामलों से उनकी छवि खराब हो रही है और व्यापार प्रभावित हो रहा है। महाराष्ट्र वाइन मर्चेंट्स असोसिएशन के अध्यक्ष दिलीप ज्ञनानी ने बताया कि उन लोगों ने सभी दुकानदारों से कहा है कि वे इंटरनेट पर अपने दुकान की दी गई डीटेल चेक करते रहें। असोसिएशन के उपाध्यक्ष बाली रेखी ने कहा कि बीते तीन महीने में उनके पास पांच वाइन शॉप मालिकों ने इस तरह के फ्रॉड की शिकायत दर्ज कराई है। पोवई और अंधेरी से भी कई मौखिक शिकायतें आई हैं।