मुम्बई, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने बुलंदशहर की हिंसा को लेकर शु्क्रवार को उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर प्रहार किया और कहा कि यह घटना ‘चरमपंथ की बड़ी समस्या’ को बतलाती है। इससे सख्ती से निपटने की जरूरत है। पवार ने योगी आदित्यनाथ सरकार पर ‘अल्पसंख्यकों के संहार’ का बचाव करने का आरोप लगाया और कहा कि समाज के अन्य वर्गों को अब चौकन्ना रहने की जरूरत है।
बता दें कि यूपी के बुलंदशहर जिले के स्याना क्षेत्र में 3 दिसंबर को दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं समेत तकरीबन 400 लोगों की भीड़ की पुलिस के साथ तीखी झड़प हुई थी। ये कार्यकर्ता समीप के एक जंगल में गोवंश के कंकाल मिलने से नाराज थे। उन्होंने वाहनों में आग लगा दी थी। पुलिस पर पथराव किया था और गोलियां भी चलाई थीं। पुलिस ने जवाब में गोलियां चलायी थीं। हिंसा में स्याना के थाना प्रभारी इंसपेक्टर सुबोध कुमार सिंह और 20 वर्षीय सुमित कुमार की जान चली गई।
पवार ने कहा, ‘यह स्पष्ट है कि योगी के नेतृत्व वाली सरकार कानून अपने हाथ में ले कर अल्पसंख्यकों के संहार का बचाव कर रही है। समाज के अन्य वर्गों के चौकन्ना रहने का समय आ गया है।’ पवार ने बीजेपी के पूर्व विधायक अपूर्व हिरे के एनसीपी में शामिल होने पर आयोजित एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में यह बात कही। एनसीपी नेता ने कहा, ‘इसके जरिए चरमपंथ का एक बड़ा संकट उभरा है और इसलिए उसकी निंदा की जाए। लेकिन यह निंदा काफी नहीं है बल्कि उससे दृढ़ता से निपटने की जरूरत है।’