मुंबई : साल भर पहले साकीनाका में हुई हत्या की गुत्थी साकीनाका पुलिस ने सुलझा ली है। शराब पीते समय दो गुटों के बीच हुए झगड़े में २२ वर्षीय सिराज शेख की हत्या हुई थी। अब सिराज की बरसी से पहले हत्यारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्यारों का कहना है कि सिराज के साथी ने खुद को अपराधी बताकर उन्हें डराने की कोशिश की थी। झगड़े के दौरान धौंस जमाने के लिए हत्यारों ने भी खुद को अपराधी बताया और फिर कौन बड़ा अपराधी है? इस होड़ में हुई हाथापाई में सिराज की मौत हो गई थी।
पुलिस उपायुक्त अनिल कुंभारे के अनुसार बीते वर्ष दिसंबर में मोहिली विलेज स्थित परेरावाड़ी में सिराज शेख की हत्या हुई थी। हत्यावाले दिन रात में सिराज वहां अपने मित्र के साथ शराब पी रहा था। वहीं थोड़ी दूरी पर कुछ और लोग शराब पी रहे थे। अचानक वे लोग सिराज की ओर आने लगे। सिराज और उसके साथी को लगा कि वे लुटेरे हैं और उनका मोबाइल आदि छीनने के लिए उनकी ओर आ रहे हैं। बताया जाता है कि सिराज का साथी हत्या के प्रयास के एक मामले में जमानत पर छूटा था इसलिए वह विरोधियों को डराने के लिए अपने उसी अपराध की डींगें मारने लगा। इस पर विरोधियों ने भी खुद को अपराधी बताया और कौन बड़ा अपराधी है? इस होड़ में दोनों गुट एक-दूसरे से भिड़ गए। हाथापाई में विरोधियों ने एक ईंट उठाकर सिराज के सिर पर मार दी, जिससे सिराज की मौत हो गई। वारदात के बाद मुख्य हत्यारा यूपी स्थित अपने गांव भाग गया। लगभग एक साल बाद सिराज का हत्यारा मुंबई लौटा और इसकी भनक साकीनाका पुलिस ठाणे के पीआई सुनील माने को लग गई। एसीपी मिलिंद खेतले तथा वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक किशोर सावंत के मार्गदर्शन में माने व एपीआई रऊफ शेख की टीम ने आरोपी अरुण गुलाबचांद जैसवाल उर्फ गोलू को पिकनिक होटल के पास से दबोच लिया। गोलू ने पुलिस को बताया कि वह महीना भर पहले भी मुंबई आया था लेकिन उसके साथियों ने बताया कि पुलिस अभी भी सिराज के हत्यारों को ढूंढ़ रही है इसलिए वह वापस गांव भाग गया था लेकिन वह यह सोचकर वापस लौट आया की हत्यारा वही है यह पुलिस को पता ही नहीं चलेगा। गोलू की निशानदेही पर इरफान सत्तार खान उर्फ मोनू व एक अन्य नाबालिग को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है।