मुंबई, उद्धव ठाकरे के अयोध्या के सफल दौरे के बाद शिवसेना ने नारा दिया है, ‘अयोध्या तो झांकी है, मथुरा-काशी बाकी है।’ सोमवार को शिवसेना प्रमुख उद्धव यहां पंढरपुर जा रहे हैं, जहां वह पूजा-पाठ कर साधु-संतों के साथ चंद्रभागा नदी पर महाआरती करेंगे। इसके बाद वे एक जनसभा को संबोधित करेंगे। बताया जा रहा है कि पंढरपुर से से लौटकर वह मथुरा और काशी (वाराणसी) जाने की योजना बनाएंगे। शिवसेना के सूत्रों के अनुसार, अभी ठाकरे का पूरा ध्यान पंढरपुर पर है, जहां पार्टी अपनी राजनीतिक ताकत दिखाएगी। इसके बाद ठाकरे काशी जाएंगे, जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मतदान क्षेत्र में उन्हें चुनौती देंगे। माना जा रहा है कि ठाकरे वहां एक सभा को भी संबोधित करेंगे। काशी के दौरे की अंतिम रूपरेखा इस महीने के आखिरी सप्ताह तक तैयार की जा सकती है। काशी के बाद शिवेसना प्रमुख मथुरा भी जाएंगे।
उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर नजर
राम मंदिर के मुद्दे को शिवसेना हथियाती नजर आ रही है। अयोध्या में साधु-संतों और महात्माओं से मिले अपार समर्थन के बाद पार्टी में नई जान आ गई है। यही वजह है कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने के लिए शिवसेना बीजेपी से बार-बार सवाल भी कर रही है। अयोध्या दौरे के समय उद्धव ठाकरे ने बीजेपी को अल्टिमेटम देते हुए यह पूछा कि अयोध्या में मंदिर कब बनाओगे। यही नहीं उन्होंने यहां तक कहा था कि केंद्र की मोदी सरकार इस पर अध्यादेश लाकर कानून बनाए, शिवसेना समर्थन देने के लिए तैयार है।
मिशन 2019 के लिए काशी और मथुरा को साधने की तैयारी
दरअसल, उत्तर प्रदेश शिवसेना के लिए बड़े सपने जैसी जगह है, जहां लोकसभा की 80 सीटें हैं। इन सभी सीटों पर शिवेसना की नजर है। पिछले महीने अयोध्या दौरे पर पार्टी को मिले समर्थन से उद्धव और उत्साहित हैं। 2019 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अब पार्टी यूपी में बड़ी तैयारी में है। यही वजह है कि अब शिवसेना ने अयोध्या के बाद मथुरा और काशी को भी साधने की तैयारी शुरू कर दी है।