गुजरात के जामनगर में एक परिवार ने आर्थिक तंगी के चलते जहर खाकर सामूहिक आत्महत्या कर ली. फरसाण की दुकान चलाने वाले दीपक साकरिया (40) उनकी पत्नी आरती (37), मां जयाबेन (70), बेटी कुमकुम (10) और बेटे हेमंत (5) के शव मंगलवार को उनके घर से बरामद किए गए. बताया जा रहा है कि दीपक की मां जयाबेन लम्बे समय से बीमारी थी. पैसे ना होने के कारण वो उनका इलाज नहीं करा पा रहे थे. इससे परेशान होकर परिवार ने यह कदम उठाया है.
बताया जा रहा है कि यह घटना तब सामने आई जब व्यापारी के पिता पन्नालाल ने घर वाले नहीं दिखाई देने पर उन्होंने ऊपर की मंजिल पर जाकर देखा. इसके बाद पड़ोसियों को पता लगने पर उन्होंने 108 को इस घटना की सूचना दी.
दीपक अपने माता-पिता, पत्नी और बेटे-बेटी के साथ जामनगर के किसान चौक इलाके में रहते थे. उन्होंने 10 साल पहले ही एक मकान खरीदने के लिए लोन लिया था. वो पिछले कुछ माह से लोन नहीं चुका पा रहे थे. कुछ दिन पहले ही बैंक अधिकारी उनके घर आए थे. इसलिए उनका परिवार परेशान था.
वो ना तो मां के इलाज के लिए पैसे जुटा पा रहे थे और ना ही बेटे-बेटी की पढ़ाई का खर्च उठा पा रहे थे. दीपक के रिश्तेदार अश्विन रानपरिया ने बताया कि दीपक भाई से तीन दिन पहले ही बातचीत हुई थी तब उन्होंने कहा था कि धंधा दीवाली के बाद से ही सुस्त चल रहा है. उनका खर्चा बढ़ता जा रहा है. इस बारे में जिला पुलिस अधीक्षक शरद सिंघल ने बताया कि प्राथमिक जांच में आर्थिक तंगी के चलते दीपक और उनके परिवार ने यह कदम उठाने की बात समझ आ रही है. फिलहाल जांच की जा रही है.