यूपी के हमीरपुर में हुए अवैध खनन के मामले में सीबीआई ने शनिवार को तत्कालीन डीएम बी.चन्द्रकला के लखनऊ आवास पर छापा मारा. टीम ने घर से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं. सफायर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 101 में सीबीआई की टीम मौजूद है. फिलहाल कार्रवाई जारी है.
सीबीआई की एक टीम हमीरपुर में भी छापेमारी कर रही है. जहां टीम ने 2 बड़े मौरंग व्यवसायियों के घरों में दबिश दी है. बताया जा रहा है कि रमेश मिश्रा और सत्यदेव दीक्षित़ शहर के बड़े मौरंग व्यापारी है. इस दौरान टीम ने बेड और सोफे को खोलकर जांच की जा रही है. सीबीआई की 15 सदस्यीय टीम कार्रवाई में जुटी हुई है.
बता दें कि अखिलेश यादव की सरकार में बी.चन्द्रकला आईएएस बी.चन्द्रकला की पोस्टिंग पहली बार हमीरपुर जिले में जिलाधिकारी के पद पर की गई थी. आरोप है कि इस आईएएस ने जुलाई 2012 के बाद हमीरपुर जिले में 50 मौरंग के खनन के पट्टे किए थे. जबकि ई-टेंडर के जरिए मौरंग के पट्टों पर स्वीकृति देने का प्रावधान था लेकिन बी.चन्द्रकला ने सारे प्रावधानों की अनदेखी की थी.
बताते है कि वर्ष 2015 में अवैध रूप से जारी मौरंग खनन को लेकर हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की गई थी. हाईकोर्ट ने 16 अक्टूबर 2015 को हमीरपुर में जारी किए गए सभी 60 मौरंग खनन के पट्टे अवैध घोषित करते हुए रद्द कर दिए थे.
याची ने ये कहा
याचिका कर्ता विजय द्विवेदी के मुताबिक मौरंग खदानों पर पूरी तरह से रोक लगाने के बाद भी जिले में अवैध खनन खुलेआम किया गया. 28 जुलाई 2016 को तमाम शिकायतें व याचिका पर सुनवाई करते हुये हाईकोर्ट ने अवैध खनन की जांच सीबीआई को सौंप दी थी.