पटना, मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में लड़कियों को ड्रग्स देकर सोते समय रेप किया जाता था। कई बार उन्हें कुर्सी से बांधकर रेप करते। ब्लू फिल्मे दिखाते, अश्लील भोजपुरी गानों पर डांस करने को मजबूर करते थे। इस मामले में सीबीआई की चार्जशीट से इन आरोपों का खुलासा हुआ है। सीबीआई ने शेल्टर होम केस में 73 पेजों की चार्जशीट दाखिल की है।
चार्जशीट में जांच एजेंसी ने रेप, दुष्कर्म और मर्डर के गंभीर आरोप लगाए हैं। चार्जशीट में कहा गया है कि शेल्टर होम के मालिक तथा मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर एवं उसके ‘गेस्ट’ रोजाना लड़कियों के साथ रेप और यौन उत्पीड़न करते थे।
लड़कियों के बयान
सीबीआई ने यह चार्जशीट मुजफ्फरपुर शेल्टर होम पीड़ित लड़कियों के बयानों के आधार पर तैयार की गई है। लड़कियों को ड्रग्स देते समय बताया जाता था कि दवाइयां उनके बेहतर हेल्थ के लिए दी जा रही हैं। दवाइयां दिए जाने के बाद जब वे सुबह उठती थीं, तो पूरा शरीर दर्द करता था, विशेष तौर पर प्राइवेट पार्ट्स। उनके कपड़े भी उतरे हुए होते थे।
गरम बर्तन से पिटाई
चार्जशीट में पता चला कि बालिका गृह की ‘हाउस मदर्स’ बर्तनों को गरम करके बच्चियों की पिटाई करती थीं। ब्रजेश ठाकुर ने कथित तौर पर एक बच्ची के सिर पर वार कर उसे मौत के घाट उतार दिया। एक बच्ची ने खुलासा किया कि मुख्य आरोपी ब्रजेश के साथ ही अन्य आरोपी- रवि रोशन, दिलीप और गुड्डू रात के समय बच्चियों के बेडरूम में आते थे और उन्हें भोजपुरी के अश्लील गानों पर डांस करने के लिए मजबूर करते थे।
क्या है मामला
गौरतलब है कि टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) द्वारा राज्य के समाज कल्याण विभाग को सौंपी गई एक ऑडिट रिपोर्ट में यह मामला सबसे पहले सामने आया था। इस केस में बिहार सरकार की किरकिरी हुई। एक मंत्री को इस्तीफा देना पड़ा था। शेल्टर होम में 42 लड़कियां रह रही थीं। सभी को दूसरे शेल्टर होम में शिफ्ट कर दिया गया है।