मुंबई : महात्मा ज्योतिबा फुले जन आरोग्य योजना (MJPJAY) के लिए सरकार की तरफ से दी जाने वाली प्रीमियम राशि को कम करके सरकार को 111 करोड़ रुपये की बचत हुई है। जानकारी के अनुसार, योजना के लिए प्रति परिवार इंश्योरेंस कंपनी को 690 रुपये दिए जाते हैं, जिसे कम कर अब 640 रुपये कर दिया गया है। इससे सरकार को 100 करोड़ रुपये से अधिक का लाभ होगा। इस राशि को राज्यभर के अस्पतालों में मूलभूत सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
MJPJAY से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि योजना के तहत आर्थिक रूप से कमजोर मरीजों को सरकार की तरफ से इलाज के लिए 1.5 लाख रुपये की कैशलेस मदद की जाती है। योजना में 971 तरह की बीमारियों के इलाज की सुविधा मिलती है, इसके लिए राज्यभर के 492 अस्पतालों को स्कीम से जोड़ा गया है। मरीजों को कैशलेस इलाज का लाभ देने के लिए सरकार की तरफ से प्रति परिवार के अनुसार पैसे नैशनल इंश्योरेंस कंपनी को दिए जाते हैं। 2012 में योजना के शुरुआत में इंश्योरेंस कंपनी को 333 रुपये प्रति परिवार के अनुसार प्रीमियम दिया जाता था, जो समय के साथ बढ़कर 690 रुपये हो गया था।
MJPJAY के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सुधाकर शिंदे ने कहा, ‘प्रीमियम कम करने के लिए लंबे समय से बात चल रही थी। अब जाकर कंपनी ने हमारी बात मानी है। इससे सीधे सरकार को 100 करोड़ रुपये से अधिक का फायदा होगा। वहीं, कुछ महीनों पहले इन्फॉर्मेशन एजुकेशन कम्यूनिकेशन (आईईसी) ऐक्टिविटी करने में असफल रही इंश्योरेंस कंपनी से 80 करोड़ रुपये अतिरिक्त हमने वसूले थे। प्रीमियम में कटौती और आईईसी का पालन न करने के चलते इंश्योरेंस कंपनी से 193 करोड़ रुपये सरकार के खाते में आए हैं। इसे राज्य के अस्पतालों में बुनियादी जरूरतों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।’ बता दें कि महाराष्ट्र के 2.23 करोड़ परिवार को MJPJAY योजना का लाभ मिल रहा है।