मुंबई: देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले को अंजाम देकर एंटीगा में बैठे हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी का नाम अब एक संदिग्ध लैंड डील में सामने आया है। यह डील वर्ष 2008 में पनवेल में जेम्स ऐंड जूलरी विशेष आर्थिक क्षेत्र (एसईजेड) स्थापित करने को लेकर हुई थी। यह परियोजना कभी धरातल पर नहीं उतरी। इस डील से जुड़े दस्तावेजों से पता चलता है कि चोकसी ने इस जमीन को खुद और अपने कुछ सहयोगियों के नाम से खरीदा था। एसईजेड के नियमों के मुताबिक किसी भी जमीन को कंपनी के नाम पर खरीदना जरूरी होता है और चोकसी ने इस नियम का उल्लंघन किया। चोकसी और उसके साथियों के नाम पर 25 एकड़ जमीन है जिसकी वर्तमान समय में कीमत करीब 300 करोड़ रुपए है। बताया जा रहा है कि चोकसी की कंपनी गीतांजलि जेम्स लिमिटेड ने उस समय पनवेल में एसईजेड स्थापित करने को लेकर ग्रीन जोन में आने वाली इस जमीन को खरीदा था।
पनवेल के तहसीलदार अब इस मामले की जांच कर रहे हैं। जमीन के दस्तावेजों के मुताबिक गीतांजलि जेम्स ने चिरवट और सांगुरली गांव में 25 एकड़ जमीन पर एसईजेड बनाने के लिए तत्कालीन विकास आयुक्त के समक्ष आवेदन किया था। ये दोनों गांव उस समय ग्रीन जोन में आते थे। यह आदेश कई शर्तों के साथ दिया गया था। 4 मई 2017 को तत्कालीन विकास आयुक्त विकास जैन ने यह कहकर खरीद के आदेश को निरस्त कर दिया कि केंद्र सरकार ने एसईजेड को स्वीकृत करने का आदेश वापस ले लिया है।
बता दें कि बैंक घोटालों का आरोपी चोकसी अभी भी एंटीगुआ में रह रहा है। चोकसी 14 हजार करोड़ रुपये के पंजाब नैशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपितों में से एक है। पिछले साल घोटाले में नाम सामने आने से पहले ही वह देश छोड़कर भाग गया था। भारत सरकार उसे वापस लाने के लिए प्रयास कर रही है। इससे पहले चोकसी ने कहा था कि वह फ्लाइट में 41 घंटे का सफर करके भारत नहीं आ सकता है।