मुंबई : महाराष्ट्र सरकार की रोजगार देने की मुहिम के तहत लाखों बेरोजगार युवाओं ने आवेदन किया है। आश्चर्य की बात है कि क्लास-3 और क्लास-5 की नौकरी के लिए दिसंबर में 4,400 नौकरियां निकाली गई थीं। इन पदों के लिए अब तक आठ लाख लोगों ने आवेदन किया है। सबसे ज्यादा आवेदन फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी के लिए आए हैं। इस पोस्ट के 1,218 पद निकाले गए थे। आवेदन के लिए शैक्षिक योग्यता बारहवीं पास रखी गई थी। इनके लिए 4.3 लोगों ने अप्लाई किया है, मतलब एक पद पर 353 बेरोजगारों ने दावा किया है।
सरकारी नौकरियों की बड़ी डिमांड
विशेषज्ञों की मानें तो निजी क्षेत्रों में नौकरियों की कमी आई है इसलिए सरकारी नौकरी में आवेदनों की बाढ़ आ गई है। इसके अलावा प्राइवेट सेक्टर में कौशलता को लेकर कड़ी टक्कर होती है। सरकारी नौकरी का ओहदा ही अलग माना जाता है। सूखाग्रस्त जिलों में काम करने वाले कृषि वैज्ञानिक किशोर तिवारी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में सरकारी नौकरी को बहुत बड़ा माना जाता है। जिसकी सरकारी नौकरी लग जाए उसके लिए कहा जाता है कि लॉटरी लग गई। एक बार सरकारी नौकरी लगने के बाद जीवन सुरक्षित हो जाता है। सामाज में भी सरकारी नौकरी वालों को ऊपर देखा जाता है। उनके परिवार का जीवन स्तर बदल जाता है।
72,000 पदों पर होंगी भर्तियां
कई वर्षों से खाली पड़ी नौकरियों के पद भरने की घोषणा इस सरकार में हुई थी। सरकार ने घोषणा की थी कि 72,000 पदों पर भर्तियां होंगी। सात विभागों में खाली पड़े पदों पर विज्ञापन निकाले गए थे। पहले ही विज्ञापन में आवेदनों की बाढ़ सी आ गई।