मुंबई : मुंबई के हनुमान नगर इलाके में 21 जनवरी की शाम एक अज्ञात महिला का शव बरामद हुआ था, जिसकी गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। इस मामले में पुलिस ने आरोपी पति, बेटे तथा भतीजे को गिरफ्तार किया है। संतोष भुवन स्थित हवईपाडा निवासी राम मिलन राम प्यारे प्रजापति (45) ने तीन शादियां की हैं। पहली पत्नी उत्तर प्रदेश की है। दूसरी पत्नी कुसुम प्रजापति (38) संतोष भुवन के जटाशंकर चॉल में अकेली रहती थी। कुसुम के चार बच्चे हैं, जो पति के साथ उसकी तीसरी पत्नी के साथ रहते हैं। कुसुम अंधेरी स्थित साकीनाका में एक कंपनी में नौकरी करती थी।
पुलिस ने बताया कि जिस घर में कुसुम रहती थी, वह 2 साल पहले पति ने मीरा रोड निवासी किसी व्यक्ति को 6 लाख रुपये में बेच दिया था, लेकिन कुसुम घर खाली नहीं कर रही थी। इसीलिए पति के साथ उसका हमेशा मनमुटाव रहता था। राम मिलन ने एक दिन पत्नी कुसुम की हत्या की साजिश रची। इस काम का जिम्मा उसने भतीजे महेंद्र कुमार प्रजापति और बेटे महेश कुमार को सौंपा।
18 जनवरी की रात महेश ने मां से कहा कि वह उससे मिलना चाहता है। मां ने कहा कि वह ट्रेन से मीरा रोड आ रही है। मीरा रोड में मां-बेटे मिले और ट्रेन पकड़ कर नालासोपारा पहुंचे, जहां महेंद्र मौजूद था। इसके बाद दोनों उसे नालासोपारा (पश्चिम) स्टेशन से बाहर सुनसान जगह पर ले गए। अंधेरे में महेंद्र ने कुसुम को धक्का दिया और गले पर चाकू वार किए। बेटे ने रस्सी से उसका गला घोंट दिया। वारदात के बाद बेटे ने पिता को फोन किया कि काम हो गया है।
महिला के ब्लाउज में मोबाइल नंबर लिखा कागज मिला, जो गीला हो चुका था। मोबाइल नंबर मुश्किल से पहचाना गया। पुलिस ने नंबरों को जोड़कर कॉल किया, तो वह कोपरखेरणे निवासी एक व्यक्ति का निकला। हालांकि पुलिस जब उससे मिली, तो उसे याद नहीं आया कि उसने नंबर किसे लिख कर दिया था। 3-4 दिन बाद उसने पुलिस को बताया कि नंबर उसने किसी महिला को दिया था, जो काम की तलाश में थी। पुलिस की जांच में पता चला कि महिला नालासोपारा की रहने वाली थी। महिला के भाई ने उसकी लाश की शिनाख्त की।