जयपुर. शादी के चार दिन बाद ही पति को दूध में नशीला पदार्थ पिलाकर दो लुटेरी दुल्हन घर से नकदी और जेवर लेकर फरार हो गईं। खास बात यह कि युवतियों और दलालों ने पीड़ित से उसके भाइयों के साथ शादी करने के लिए 11 लाख रुपए भी लिए थे। वहीं, 9 लाख से अधिक रुपए शादी पर खर्च हो गए थे।
पीड़ित पोखरियावास निवासी चौथमल ने गजानंद, सुरेश और युवतियों के खिलाफ हरमाड़ा थाने में रिपोर्ट दी है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है। सभी आरोपियों के मोबाइल फोन बंद हैं। पुलिस ने बताया कि चौथमल का आरोप है कि उसके भाई रामनारायण और राजेश की शादी कराने के लिए गजानंद ने संपर्क किया था। उसने अलवर में परिचित की दो बेटियों के बारे में बताया और उनसे शादी कराने का झांसा दिया।
चौथमल के दोनों भाई अलवर सुरेश सैनी के घर पर गए और जहां पर युवतियों से मिले। वहां पर मौजूद दो युवकों ने गजानंद व सुरेश के मार्फत शादी करने के लिए 11 लाख रुपए की डिमांड की। दोनों पक्ष में सौदा तय हो गया और उनकी डिमांड पर 11 लाख रुपए दे दिए।
19 फरवरी को चौथमल ने सामोद के पास एक मैरिज गार्डन में अपने भाई रामनारायण और राजेश की शादी करा दी। इसमें 9 लाख रुपए खर्च हुए थे। इसके बाद 23 फरवरी की रात को दोनों युवतियां रामनारायण और राजेश को दूध में नशीला पदार्थ पिलाकर बेहोश कर दिया। घर से लाखों रुपए के जेवर और नकदी लेकर भाग गईं।
लुटेरी दुल्हनों के आतंक से देशभर में कई परिवार आहत हैं। दलालों या फिर अज्ञात मैरिज ब्यूरो के माध्यम से यह दुल्हने घरों में बहू बनकर आती हैं। सारी रस्में निभाती हैं और फिर मौका पाते ही घर से सोना-चांदी और नकदी समेट कर भाग निकलती हैं। पिछले तीन साल में लुटेरी दुल्हनों के 100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इनमें 2 करोड़ से ज्यादा के जेवरात एवं नकदी लूटी गई थी। पुलिस ने 57 ऐसी दुल्हनों को गिरफ्तार किया, लेकिन 46 दुल्हनों की अब भी तलाश है। यह मामला भाजपा सरकार के दौरान विधानसभा में भी उठ चुका है।
पिछली भाजपा सरकार के दौरान विधानसभा में भी लुटेरी दुल्हनों की गूंज सुनाई दी थी। तत्कालीन निर्दलीय विधायक नंदकिशोर महरिया ने लुटेरी दुल्हनों का मामला उठाया था। तत्कालीन गृह मंत्री गुलाब चंद कटारिया ने सदन को बताया था कि दलालों के मार्फत दूसरे प्रदेशों से लड़कियां शादी करने के लिए यहां लाई थीं, जो शादी के कुछ दिन बाद ही सोने-चांदी के जेवरात एवं नकदी लेकर पार हो गई थीं। पुलिस ने विभिन्न थानों में मुकदमे दर्ज किए थे।