मुंबई : १०वीं बोर्ड परीक्षा की उत्तर-पुस्तिका जांच रहे शिक्षकों ने पेपर जांचने के समय में बढ़ोतरी करने की मांग की है। टीचर डेमोक्रेटिक प्रâंट के उपाध्यक्ष राजेश पंड्या के अनुसार परीक्षा खत्म होने के १० दिनों के भीतर शिक्षकों को उत्तर-पुस्तिका जांचने का काम खत्म करना होता है, लेकिन डिस्पैच में लगने वाले समय की वजह से उनके पास परीक्षा के तीन दिन बाद पेपर पहुंचते हैं। डिस्पैच में तीन दिन बर्बाद होने से सात दिन में शिक्षकों को २५० से लेकर ३५० पेपर जांचने का दबाव होता है। इसीलिए बोर्ड को पेपर जांचने का समय १० दिन से बढ़ा कर १५ दिन कर देना चाहिए। पेपर जांचने के दौरान एक गलती होने पर शिक्षकों पर १० रुपये का दंड लगाया जाता है। राजेश के अनुसार पेपर जांचने के साथ शिक्षकों को स्कूल में पढ़ना भी होता है, ताकि निर्धारित समय में पाठ्यक्रम को पूरा किया जा सकें। इस वर्ष सेंटर पर जाने के लिए शिक्षकों को मिलने भाड़े की राशि को भी २०० रुपये से घटा कर १५० रुपये कर दिया गया है।