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दहेज के लिये बहू को रखते थे भूखा, पुलिस ने पति और सास को किया गिरफ्तार

कोल्लम : भारत में वैसे तो दहेज लेना अपराध है, लेकिन अभी भी देश में लोग इस परंपरा से उबर नहीं पाए हैं. आज भी शादी विवाह में दहेज के लेन-देन की परंपरा चली आ रही है, जिसकी खामियाजा महिलाएं भुगतती हैं. कुछ ऐसा ही मामला केरल के कोल्लम से आई, जब कथित रूप से दहेज की मांग को लेकर एक 27 वर्षीय महिला को उसके ही पति और सास ने कई दिनों तक भूखा रखा, जिसके बाद उस महिला की मौत हो गई.
पुलिस ने शनिवार को इसकी जानकारी दी, जिसके बाद स्थानीय लोगों के बीच आक्रोश उत्पन्न हो गया. पुलिस ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और पड़ोसियों के हवाले से कहा कि कोल्लम के नजदीक करुनागापल्ली निवासी तुषारा को कई दिन तक उचित भोजन नहीं दिया गया. वह महिला भीगे चावल और चीनी के घोल पर ही जी रही थी. जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी, जिसके बाद उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया, लेकिन उसने यहां सरकारी अस्पताल में दम तोड़ दिया. पुलिस के मुताबिक 21 मार्च की मध्यरात्रि में बीमारी और बेचैनी के चलते उसने दम तोड़ दिया. उस समय उसका वजन सिर्फ 20 किलोग्राम बताया जा रहा था. पुलिस ने कहा कि तुषारा के पति चंदूलाल और सास गीतालाल को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया और बाद में उन्हें रिमांड में भेज दिया गया.
पुलिस जांच के खुलासे में महिला के साथ उत्पीड़न का मामला सामने आया जिसके बाद उस महिला की मौत हो गई. पुलिस के एक अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि वह महिला हड्डियों का ढांचा दिखाई दे रही थी और उसके शरीर पर मांस बहुत ही कम नजर आ रहे थे. उसका वजन महज 20 किलोग्राम था. एक विस्तृत जांच में क्रूरता सामने आई है. महिला के संबंधियों ने आरोप लगाया कि उसका उत्पीड़न अधिक दहेज मांग को लेकर किया गया है.
तुषारा की मां विजयलक्ष्मी ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के ससुराल वाले बीते पांच साल से उसे प्रताड़ित कर रहे थे और एक वर्ष तक परिवार वालों को उससे मिलने नहीं दिया गया. चंदूलाल के एक पड़ोसी ने कहा कि तुषारा को उसका पति और ससुराल वाले कथित तौर पर मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे.
महिला का पति वेल्डिंग के काम करने के अलावा छोटे-मोटे काम करता है. उनकी शादी 2013 में हुई थी. शादी के समय पर महिला के परिवार ने लड़के के परिवार को सोने के कुछ गहने और पैसे दिये थे और दो लाख रुपये बाद में देने का वादा किया था. पुलिस ने कहा कि महिला के दो बच्चे हैं. छोटा बच्चा डेढ़ साल का है और दूसरे बच्चे की उम्र तीन साल है.
बता दें कि दहेज प्रथा को भारतीय समाज में सबसे बड़ा सामाजिक कलंक माना जाता है. दहेज जैसी कुप्रथा न केवल समाज बल्कि सम्पूर्ण राष्ट्र के विकास के मार्ग में अवरोधक है.

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