उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में अज्ञात बदमाशों ने एक घर में घुसकर नाबालिग भाई बहन को बेरहमी के साथ मौत के घाट उतार दिया. वारदात के वक्त घर में भाई बहन दोनों अकेले थे. उनके पिता काम पर गए थे और मां किसी बीमार रिश्तेदार को देखने अस्पताल गई थी. इसी दौरान बदमाशों ने उनके घर पर धावा बोल दिया और दोनों बच्चों की गला रेतकर हत्या कर दी. डबल मर्डर की ये खौफनाक वारदात उन्नाव के शुक्लागंज के गंगाघाट थाना क्षेत्र की है. गंगाघाट कोतवाली के इंस्पेक्टर हरिप्रसाद अहिरवार ने इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कानपुर से सटे शुक्लागंज के गंगाघाट थाना क्षेत्र के ऋषिनगर पवन मिश्रा अपने परिवार के साथ रहते हैं. पवन एक कंपनी में सेल्समैन हैं. सोमवार की सुबह पवन काम पर चले गए और उनकी पत्नी मोनू पास ही नर्सिगहोम में भर्ती अपनी एक बीमार रिश्तेदार को देखने चली गईं.
उनके पीछे घर में उनकी 14 साल की बेटी अंशिका और और ढाई साल का बेटा राघव अकेले थे. जब मोनू अस्पताल से घर लौटी तो दरवाजे की कुंडी बाहर से बंद थी. कुंडी खोलने के बाद मोनू ने बच्चों को आवाज दी, पर कोई जवाब नहीं मिला. वह दोनों बच्चों को देखने के लिए मकान की दूसरी मंजिल पर पहुंची मगर वो दोनों वहां भी नहीं थे.
मोनू को कमरे में अलमारी का सामान बिखरा देखकर अनहोनी की आशंका हुई. वह भागकर नीचे के कमरे में पहुंचीं तो बेड पर बेटी और मासूम बेटे की खून से सनी लाश देखकर बदहवास हो गई. दोनों मासूम बच्चों की गला रेतकर हत्या की गई थी. मोनू का रोना चिल्लाना सुनकर आस-पास लोग वहां जमा हो गए. पुलिस को सूचना दी गई.
सूचना पाते ही पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की जांच शुरू कर दी. जिले वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार पांडेय ने इस मामले का खुलासा करने के लिए पांच टीम गठित की हैं. एक टीम गंगाघाट के कोतवाल और दूसरी अचलगंज के प्रभारी निरीक्षक आशुतोष त्रिपाठी के नेतृत्व में बनाई गई है.
इसके अलावा स्वाट, सर्विलांस और फील्ड यूनिट टीम को बदमाशों की तलाश में लगाया गया है. इस डबल मर्डर की वारदात से पूरे इलाके में दहशत व्याप्त है. पुलिस मामले की छानबीन कर रही है. दोनों बच्चों के शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं.