मुंबई : कुख्यात आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट से जुड़े मोहम्मद अब्दुल्ला बासित की दूसरी बीवी महाराष्ट्र के वर्धा में रहकर युवकों को जेहादी बनने तथा आइसिस से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही थी। एनआईए की जांच में इसका खुलासा हुआ है। वर्ष २०१६ से आइसिस के अबुधाबी मॉडल की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने उसे गिरफ्तार किया है। उधर, एनआईए ने दिल्ली से राजधानी और उत्तर प्रदेश में आतंकी हमलों को अंजाम देने की साजिश रचने के मामले में मोहम्मद गुफरान नामक आइसिस के एक और संदिग्ध को गिरफ्तार किया है।
आरोप है कि आइसिस के हिंदुस्थान में मौजूद आतंकी मुस्लिम युवाओं की पहचान करके उन्हें कट्टरता के लिए उकसाते हैं। उन्हें आतंकी हमले करने के लिए ट्रेनिंग देते हैं। एनआईए ने जनवरी २०१६ में तीन आरोपी शेख अजहर उल इस्लाम, अदनान हसन, मोहम्मद फरहान शेख को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। ये अबू धाबी से हिंदुस्थान आए थे। इसी तरह अगस्त, २०१८ में एनआईए ने इसी मड्यूल से जुड़े मोहम्मद अब्दुल्ला बासित और मोहम्मद अब्दुल कादिर को गिरफ्तार किया था। ७ फरवरी को एनआईए ने उनके खिलाफ चार्जशीट भी दायर की थी। कल एनआईए ने हैदराबाद में ३ और वर्धा में १ जगह पर छापेमारी की। रिपोर्ट्स के अनुसार यह छापेमारी मैलरदेवपल्ली, बांदलागुदा और फलकनुमा में चल रही है। फिलहाल जांच एजेंसी ने १३ मोबाइल फोन, ११ सिम कार्ड, १ आईपैड, २ लैपटॉप, १ एक्सटर्नल हार्ड डिस्क, ६ पैन ड्राइव, ६ एसडी कार्ड, ३ वाकी टॉकी सहित बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए हैं। जांच एजेसी ने ४ संदिग्धों को हिरासत में लिया है, जिनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। बताया जा रहा है कि वर्धा से हिरासत में ली गई महिला बासित की दूसरी पत्नी है, जो कि जिहाद और आइसिस की प्रबल समर्थक बताई जा रही है। इस समूह का संबंध पुलवामा आतंकी हमले से भी जोड़ा जा रहा है। फिलहाल इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। गौरतलब हो कि इस साल फरवरी में बासित और कादिर के खिलाफ अनुपूरक आरोप पत्र दायर किया गया था, जिसके बाद और ताजा सूचनाओं के आधार पर इस मॉड्यूल के संबंध में छापे मारे गए।’ इससे पहले ११ जनवरी को यूपी के अमरोहा, लखनऊ, मेरठ और हापुड़ सहित करीब १७ स्थानों पर छापेमारी की गई थी, जिस दौरान १० संदिग्धों को हिरासत में लिया गया था एनआईए ने इस मॉड्यूल के कथित सरगना मुफ्ती मोहम्मद सोहैल को भी हिरासत में लिया था। इस गिरफ्तारी के बाद और संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र के मुंब्रा, थाने और संभाजीनगर सहित पांच अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की थी। एटीएस का कहना है कि गिरफ्तार लोगों के पास से तमाम संवेदनशील जानकारी मिली है।