मुंबई : समुद्र पर जाकर वीकेंड मनाना, बर्थ डे सेलिब्रेट करना और पार्टी करना मुंबईकरों के लिए आम बात है। शराब पीकर समुद्र किनारे मस्ती करना भी युवाओं के लिए पैâशन बन गया है पर यह कितना खतरनाक है, इसका अंदाजा उन्हें नहीं है। जनवरी से लेकर अप्रैल माह तक डूबते लोगों को बचाने के लिए लाइफगार्ड्स को मुंबई के ६ बीचों (समुद्री तटों) पर १८ बार छलांग लगानी पड़ी है, इनमें से ५ घटनाओं में लाइफगार्ड्स द्वारा बचाए गए लोग शराब के नशे में धुत्त थे।
बता दें कि जनवरी माह से मुंबई के छह बीच जुहू, अक्सा, गिरगांव, दादर, वर्सोवा और गोराई पर लोगों को डूबने से बचाने और सुरक्षा के लिए १२४ प्रशिक्षित लाइफगार्ड्स की टीम नियुक्त की गई है। इन लाइफगार्ड्स ने अब तक लगभग ४० लोगों की जान बचाई है। इन घटनाओं में सबसे ज्यादा मामले शराब पीकर पानी में जानेवालों के हैं। इसके अलावा सेल्फी लेने और आत्महत्या करने का प्रयास करने के भी कई मामले देखने को मिले हैं। मनपा द्वारा नियुक्त दृष्टि लाइफसेंविग के सीईओ रवि शंकर ने बताया कि तमाम प्रशिक्षण और अभ्यास के बाद लाइफगार्ड्स की नियुक्ति की जाती है। ये लाइफगार्ड्स अपनी जान की बाजी लगाकर लोगों की जान बचाते हैं। लोगों को सावधान रहना आवश्यक है।