उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में एक 14 साल की दलित बच्ची के साथ गैंगरेप के बाद हत्या का मामला सामने आया है. मामला बीते शुक्रवार का है, जब ईंट के भट्टे के नजदीक स्थित एक कमरे में बच्ची की जली हुई लाश मिली. यहीं बच्ची का परिवार काम करता था.
इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक, लड़की और उसका परिवार ईंट के भट्टे के बराबर में स्थित एक कमरे में रहता था और यहीं काम करता था. पिछले हफ्ते जब बच्ची की मां बीमार हो गई तो उसके पिता, बच्ची और 12 साल के भाई के साथ उसे वहीं छोड़कर अस्पताल चले गए. इस मौके का फायदा उठाते हुए कुछ दरिंदों ने बच्ची के साथ गैंगरेप किया. इतना ही नहीं बच्ची को जला कर उसकी जान भी ले ली.
इस घटना के बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. परिवार की शिकायत पर 6 आरोपी और भट्टे के मालिक पर हत्या, रेप और एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम की धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. परिवार का कहना है कि प्रशासन मामले को सुलझाने की कोशिश कर रहा है और पुलिस अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं कर सकी है. पिता द्वारा की गई शिकायत में ये कहा गया है कि बच्ची का रेप कर उसकी हत्या की गई है जबकि पुलिस इसे दुर्घटना में मृत्यु का मामला मान रही है.
पिता का कहना है कि कमरे में किसी भी तरह का बिजली उपकरण या कोई जलने लायक चीज नहीं थी, ऐसे में दुर्घटना से मौत कैसे हो सकती है. इस बीच, भीम आर्मी ने इस पर विरोध शुरू कर दिया है. भीम आर्मी का कहना है कि पुलिस इस घटना पर ध्यान नहीं दे रही है. संगठन ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने पर भारत बंद करने तक की धमकी दी है.
दूसरी ओर, परिवार का कहना है कि उसे नहीं पता कि उसकी बेटी को जाति के कारण निशाना बनाया गया, वो बस न्याय के लिए प्रार्थना कर रहे हैं.