मुंबई : बीएमसी अस्पतालों में दवाओं की कमी के मामले में मंगलवार को बीएमसी ने एक और दवा सप्लायर मेडिको पीवीटी लिमिटेड कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया। इससे नाराज ठेकेदारों ने बुधवार से बीएमसी के सभी अस्पतालों में दवा सप्लाई न करने का ऐलान कर दिया। ऑल इंडिया फूड ऐंड ड्रग लाइसेंस होल्डर असोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय पांडेय ने कहा कि बीएमसी के नियमानुसार, अगर सप्लायर ठेका लेने के लिए नकली दस्तावेज, सब-स्टैंडर्ड दवाएं सप्लाई करता है या नॉन सप्लायर घोषित किया जाता है, तभी उसे ब्लैक लिस्ट किया जाता है। मेडिको को सप्लाई में देरी का नोटिस दिया गया था। उस पर जुर्माना लगाया जा चुका है। इसके बावजूद इस कंपनी को ब्लैक लिस्ट कर दिया गया।
पांडेय ने बताया, ‘मंगलवार को बीएमसी के आला अधिकारियों के साथ बैठक का कोई निष्कर्ष नहीं निकला। नतीजतन हमने अगले फैसले तक बीएमसी के सभी अस्पतालों में दवा, इंजेक्शन आदि की सप्लाई रोकने का फैसला किया है। बीएमसी का कहना है कि ठेकेदार ने अस्पतालों में समय पर सप्लाई नहीं कि जिसके कारण मरीजों को मुसीबतों का सामना करना पड़ा। नतीजतन इसे 5 साल के लिए ब्लैक लिस्ट किया गया है।
वहीं ठेकेदार का कहना है कि अस्पतालों में हुई दवाओं की कमी को लेकर हम पर तो कार्रवाई हो रही है, लेकिन बीएमसीकर्मियों को केवल कारण बताओ नोटिस ही जारी किया गया है। दूसरी ओऱ डेप्युटी म्युनिसिपल कमिश्नर सुनील धामने ने बताया, ‘सप्लाई रोके जाने को लेकर मुझे कोई सूचना नहीं है। एेसा करने वाले सप्लायरों के खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी।’