गुरुग्राम के एक नामी शस्त्र डीलर की हत्या के इरादे से आए सूर्या गैंग के सरगना समेत चार बदमाशों को गुरुग्राम पुलिस की अपराध शाखा पालम विहार की टीम ने मुठभेड़ के दौरान गिरफ्तार किया है। उड़ती हुई सूचना पर अपराध शाखा की टीम रात में 11 बजे ही बदमाशों के पीछे लग गई, लेकिन करीब ढाई घंटे तक बदमाश पुलिस को चकमा देते रहे और आखिरकार द्वारका एक्सप्रेस-वे पर दौलताबाद चौक के पास इनका आमना-सामना हो गया और दोनों ओर से हुई करीब दस राउंड फायरिंग के बाद पुलिस ने चारों बदमाशों को दबोच लिया।
पकड़े गए बदमाशों में सूर्या गैंग का सरगना लोकेश उर्फ सूर्या भी शामिल है। मूल रूप से नजफगढ़ के रहने वाले इस बदमाश के खिलाफ दिल्ली में दो दर्जन से अधिक हत्या, लूटपाट, डकैती, फिरौती और रंगदारी वसूली जैसे संगीन मामले दर्ज हैं। इस बदमाश के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने एक लाख का इनाम भी घोषित किया है।
तीन बदमाशों को गोली लगी
यह जानकारी पुलिस आयुक्त मोहम्मद अकिल ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि इस मुठभेड़ के दौरान तीन बदमाशों को गोली लगी है। उन्हें इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने इन बदमाशों के पास से एक एसयूवी, चार पिस्टल और 25 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पकड़े गए बदमाशों में लोकेश उर्फ सूर्या के अलावा जसौर खेड़ी झज्जर का रहने वाला 50 हजार का इनामी बदमाश प्रदीप उर्फ सोनू पुत्र धर्मबीर और जगबीर पुत्र कश्मीर तथा खेड़ी धमकान सोनीपत का रहने वाला 50 हजार का इनामी बदमाश नीरज उर्फ सन्जू पुत्र बलवान शामिल है।
ढाई घंटे चली लुकाछिपी
पुलिस आयुक्त के मुताबिक, मंगलवार रात करीब 10 बजे अपराध शाखा पालम विहार की टीम को एक उड़ती हुई खबर मिली कि किसी शस्त्र डीलर की हत्या के लिए कुछ बदमाश शहर में आए हैं। इस सूचना के अधार पर पुलिस ने बदमाशों का पीछा करना शुरू कर दिया। रात में करीब 11 बजे इन बदमाशों को सेक्टर-40 इलाके में देखा गया, पुलिस ने इनकी घेराबंदी की, लेकिन बदमाश यहां से पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल हो गए। इसके बाद करीब साढ़े 12 बजे इन बदमाशों को दोबारा डीएलएफ इलाके में देखा गया, लेकिन यहां भी पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली। ऐसे में पुलिस ने एक बार फिर सेक्टर 4/7 चौक से इनका पीछा शुरू किया और दौलताबाद चौक के पास पूरी तैयारी के साथ इन बदमाशों को घेर लिया। खुद को चारो ओर से घिरते देखकर बदमाशों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग शुरू कर दी, लेकिन पुलिस ने जवाबी फायरिंग करते हुए तीन बदमाशों के पैर में गोली मार दी। वहीं, चौथे ने खुद सरेंडर कर दिया।
गिरफ्तारी के बाद हुई पहचान
पुलिस आयुक्त के मुताबिक, अपराध शाखा को मिली सूचना में सूर्या गैंग के बदमाशों का नाम नहीं था। लेकिन पुलिस को पक्की लीड मिली थी कि चार बदमाश हत्या की वारदात को अंजाम देने की फिराक में हैं। इसलिए तत्काल दो टीमें बनाकर इनके पीछे लगा दिया गया। वहीं मुठभेड़ के बाद जब बदमाशों से पूछताछ हुई तो पता चला कि यह चारो बदमाश दिल्ली के कुख्यात सूर्या गैंग के हैं और इनमें गैंग का सरगना भी शामिल है।
गाड़ी फंसी तो हाथ आए
पुलिस के मुताबिक इन बदमाशों ने दौलताबाद चौक से भी भागने की कोशिश की। लेकिन टेकचंद नगर की ओर भागते समय इनकी गाड़ी गड्ढे में फंस गई। इससे इनका बैलेंस बिगड़ गया। इतने में पीछे लगी पुलिस ने इन्हें घेर लिया।