मुंबई : रेजिडेंट डॉक्टरों की समस्याओं की राज्य सरकार की ओर से हो रही बार बार अनदेखी को देखते हुए डॉक्टरों की संस्था मार्ड ने राज्यव्यापी हड़ताल करने का फैसला लिया है। 7 अगस्त बुधवार से रेजिडेंट डॉक्टर हड़ताल पर जाएंगे। इसके अलावा, डॉक्टरों ने इस समय आपातकालीन चिकित्सा देखभाल बंद करने का फैसला किया है, जिसके कारण आम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
डॉक्टरों का कहना है कि लगातार पत्राचार के बावजूद, राज्य सरकार डॉक्टरों की समस्याओं की अनदेखी कर रही है। रेजिडेंट डॉक्टर ने सवाल उठाया है कि केवल वादों पर वह कब तक भरोसा करे, सरकार की लगातार अनदेखी को देखते हुए अब उनके पास हड़ताल के अलावा अब कोई रास्ता नहीं बचा है। डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं की जाती है तब उनकी हड़ताल जारी रहेगी।
डॉक्टरों की हड़ताल में इस बार आपातकालीन सुविधा को भी बंद रखा जाएगा। डॉक्टरों का कहना है कि सरकारी अस्पतालों में समय पर मानदेय नहीं मिलता है। वही क्षयरोग होनेवाले निवासी डॉक्टरों और महिला डॉक्टरों को डिलवरी के लिए छूट्टी मिलनी चाहिए।