नई दिल्ली: पीएम मोदी की तारीफ करने पर कांग्रेस पार्टी ने केरल से अपने सांसद और नेता शशि थरूर से जवाब मांगने का फैसला किया है. बीते हफ्ते शशि थरूर, कांग्रेस नेता और अपने सहयोगी जयराम रमेश के बयान के समर्थन में आए थे. जयराम रमेश ने कहा था, ‘पीएम मोदी के शासन का मॉडल ‘पूरी तरह नकारात्मक गाथा’ नहीं है और उनके काम के महत्व को स्वीकार नहीं करना और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करके कुछ हासिल नहीं होने वाला है. रमेश ने कहा था कि यह वक्त है कि हम मोदी के काम और 2014 से 2019 के बीच उन्होंने जो किया उसके महत्व को समझें, जिसके कारण वह सत्ता में लौटे. इसी के कारण 30 प्रतिशत मतदाताओं ने उनकी सत्ता वापसी करवाई. लोकसभा चुनाव 2019 में बीजेपी को 37.4 प्रतिशत वोट मिले जबकि सत्तारूढ़ राजग को कुल मिलाकर 45 प्रतिशत वोट हासिल हुए. इसके बाद शशि थरूर (Shashi Tharoor) का बयान सामने आया था जिसमें उन्होंने कहा था, ‘मैं छह साल से दलील दे रहा हूं कि यदि नरेंद्र मोदी कोई सही काम करते हैं या सही बात कहते हैं तब उनकी सराहना की जानी चाहिए. ताकि जब वह कुछ गलत करें, और हम उनकी आलोचना करें तब उसकी विश्वसनीयता रहे. मैं विपक्ष के अन्य लोगों की इस राय पर सहमति के लिए स्वागत करता हूं, जिसके लिए मेरी उस समय आलोचना की गई थी.’
हालांकि अब केरल में कांग्रेस के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन ने कहा था कि कांग्रेस शशि थरूर के इस बयान को स्वीकार नहीं करेगी. उन्होंने कहा, ‘हमने फैसला किया है कि हमने शशि थरूर से जवाब मांगने का फैसला किया है. उनके जवाब के बाद कार्रवाई की जाएगी. किसी को भी कांग्रेस के आधार पर पीएम मोदी की तारीफ नहीं करनी चाहिए.पार्टी इसे स्वीकार नहीं करेगी.’
केरल में कांग्रेस के एक और सांसद के मुरलीधरन ने शशि थरूर के बयान पर नाराजगी जाहिर की. उन्होंने कहा, ‘केरल में पार्टी उनसे(शशि थरूर) बहुत असंतुष्ट है. बीजेपी अल्पसंख्यकों के खिलाफ है. थरूर बार-बार चुनाव इसलिए जीते हैं क्योंकि उन्हें हर वर्ग के लोगों ने समर्थन दिया है.’