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रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा में धांधली

ठाणे : पिछले दिनों हुई रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की ऑनलाइन परीक्षा में कंप्यूटर में छेड़छाड़ कर उसके प्रश्नों को दूसरे की सहायता से हल करने के मामले में ठाणे पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस फरार आशीष शॉ सहित दो लोगों की सरगर्मी से खोज कर रही है। आशीष शॉ ठाणे के परीक्षा सेंटर करियर हाइट्स का मालिक बताया गया है। पुलिस के अनुसार यह देशव्यापी गिरोह है और इससे जुड़े लोग परीक्षार्थियों से आठ से दस लाख की राशि लेकर उनको फायदा पहुंचा रहे थे। पकड़े गए लोगों में 24 वर्षीय शिवप्रकाश यादव इलाहबाद का, जितिन सागर मुरादाबाद का और परीक्षा सेंटर करियर हाइट्स का प्रबंधक गोपी रमन सिंह है। पुलिस के अनुसार परीक्षा केंद्र के और कुछ और लोग भी गड़बड़ी में शामिल हो सकते हैं और उन्हें जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। अभी तक रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड या रेलवे विभाग के किसी अधिकारी के इस गड़बड़ी में शामिल होने की कोई बात सामने नहीं आई है।
रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड की तरफ से ज्युनियर इंजिनियर, डीपी मटेरियल सुपरिंटेंडेंट और केमिकल मेटालर्जिकल असिस्टेंट इन पदों के लिए 28 अगस्त को सेकंड स्टेज की ऑनलाइन परीक्षा ली गई थी। ठाणे के घोडबंदर रोड स्थित कासरवडवली परिसर के करियर हाइट्स में परीक्षा सेंटर था। परीक्षा कंट्रोल एजेंसी के रूप में चेन्नै स्थित सैट वैट इन्फ़ोसोल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के सॉफ्ट वेयर इंजीनियर श्रीधर अमूल दास की ड्यूटी लगी थी।
300 आवेदनकर्ताओं में से 273 लोगों ने परीक्षा दी थी। 29 तारीख को सैट वैट इन्फ़ोसोल कंपनी के चेन्नै कार्यालय में बैठे सीनियर मैनेजर कबीलन को ठाणे के सेंटर में सिस्टम में लगे एक कंप्यूटर के भीतर छेड़छाड़ होने का संदेह हुआ था और और उन्होंने इसकी जानकारी श्रीधर अमूल दास को दी थी ।
कंप्यूटर और सीपीयू की जांच में उसमें लगा एक रिमोट डिवाइस पाया गया था। छानबीन में पाया गया था कि रिमोट की मदद से उस कंप्यूटर पर बैठे परीक्षार्थी जीतिन कुमार सागर ने रेलवे बोर्ड के सिस्टम में अवैध रूप से प्रवेश कर प्रश्नों को कॉपी कर लिया था और उसको अपने मित्रों की मदद से सोशल मीडिया में वायरल किया था और उनका सही जवाब लिखा था।
इसके बाद श्रीधर दास ने जीतिन सागर सहित कुछ अज्ञात लोगों के खिलाफ कासरवडवली पुलिस में आईपीसी 420, 120 ब, 34, आईटी एक्ट की धारा 43 ए, बी, एच और 66 बी और सी के तहत चोरी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया था। सीनियर पीआई किशोर खैरनार के मार्गदर्शन में एपीआई एस एस चौगुले मामले की छानबीन कर रहे हैं। किशोर खैरनार ने बताया कि और शॉ के पकड़े जाने पर ही पता चलेगा कि और कितने लोग इसमें शामिल हैं।

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