बवाना जेजे कॉलोनी इलाके में कर्ज उतारने के लिए एक मां ने 15 वर्षीय बेटी को एक लाख रुपये में मानव तस्कर को बेच दिया। किशोरी किसी तरह बचकर तस्कर के चंगुल से भाग निकली और पुलिस तक पहुंच गई। पुलिस ने तस्कर को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस इस मामले में किशोरी की मां और अन्य लोगों की तलाश कर रही है।
बाहरी-उत्तरी जिले के पुलिस उपायुक्त गौरव शर्मा के मुताबिक, आरोपी तस्कर की पहचान अनिल उर्फ साहिल उर्फ साजिद (29) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि किशोरी 12 सितंबर को पुलिस के पास पहुंची और आपबीती बताई। किशोरी ने पुलिस को बताया कि उसके पिता का देहांत हो चुका है और परिवार में मां, चार भाई और बहन है।
परिवार के भरण पोषण के लिए उसकी मां पर ढाई लाख रुपये का कर्ज हो गया था। वह काफी कोशिशों के बावजूद कर्ज नहीं उतार पा रही थी। इसी दौरान वह 8 सितंबर को अपनी बेटी को लेकर हजरत निजामुद्दीन के एक होटल में गई। वहां उसे साजिद, उसकी बेटी और पत्नी मिली। कुछ देर बाद किशोरी की मां ने उसे बोला कि उसे कुछ काम है और वह अभी थोड़ी देर में आकर उसे अपने साथ ले जाएगी, लेकिन मां नहीं लौटी।
इसके बाद किशोरी को बताया गया कि उसकी मां ने उसे एक लाख रुपये में बेच दिया है और अब उसकी शादी हरियाणा में किसी बुजुर्ग से करवाई जाएगी। इसके बाद किशोरी मौका मिलते ही साजिद के चंगुल से भाग निकली और पुलिस के पास पहुंच गई। पुलिस का कहना है कि आरोपी साजिद ने बताया कि वह चार साल से मानव तस्करी में शामिल था। वह मुल्लाह नामक व्यक्ति के संपर्क में था। मुल्लाह गरीब परिवारों के संपर्क में रहता था। वह गरीब लोगों की जरूरतों का फायदा उठाकर पहले उनकी मदद करता और फिर कर्ज के बदले लड़कियों को खरीदता था। नाबालिग लड़कियों को खरीदकर वह उन्हें हरियाणा और राजस्थान के बुजुर्गों से शादी के लिए बेचता था। पुलिस ने पीड़ित किशोरी के बयानों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने किशोरी का मेडिकल करवाने के बाद कोर्ट में बयान दर्ज करवा दिए हैं।