जौनपुर, मेरा क्या कसूर था मां! जब फेंक ही देना था तो जन्म ही क्यों दिया! ये सवाल उस अबोध नवजात बच्ची की खामोशी से उठते रहे, जो कि सोमवार को कैफियत एक्सप्रेस के जनरल कोच के शौचालय के बगल कूड़ेदान से दोपहर तकरीबन ढ़ाई बजे मिली। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के जागरूकता वाले इस दौर में हुई घटना के बारे में जो भी सुना, अवाक रह गया। आरपीएफ प्रभारी शाहगंज संदीप यादव को सूचना मिली कि दो दिन पूर्व जन्मी कन्या को किसी ने ट्रेन के शौचालय के पास छोड़ दिया है। निरीक्षण के दौरान बेटी शौचालय के बगल कूड़ेदान से मिली। आस-पास पूछने पर पता चला कि गोसांईगंज के करीब बच्ची रोने की आवाज सुनाई दी। जीआरपी को सूचना देने के साथ ही बच्ची को आशा ज्योति केंद्र ले जाया गया। मासूम को महिला सदर अस्पताल में भर्ती करा दिया गया है, जहां उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है।