मुंबई, यातायात नियम को तोड़ने वाले वाहन चालकों के खिलाफ सीसीटीवी द्वारा ई चालान कर दंडात्मक कारवाई करने में जहां यातायात पुलिस आगे है वहीं जुर्माने की रकम की वसूली करने में पुलिस को अबतक उतनी कामयाबी नहीं मिली है। अबतक की गयी कार्रवाई में राज्यभर में ५४ लाख ई चालान हुये हैं और जुर्माने की राशि जो वसूल नहीं की गई है। यह राशि १८८ करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। अकेले मुंबई में ३० लाख ई-चालान के लिए ९० करोड़ रुपये के जुर्माने की वसूली का इंतजार है। बड़ी राशि के जुर्माने के मद्देनजर लंबित वाहन चालकों से पांच हजार और उससे अधिक का जुर्माना वसूलने का निर्णय लिया गया है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (यातायात) द्वारा राज्य के सभी यातायात पुलिस विभागों को यह आदेश जारी किया गया है। यह परियोजना एक दिसंबर २०१६ से मुंबई में लागू की गई थी। इसके बाद इसका विस्तार नयी मुंबई, ठाणे, नागपुर, नासिक, पुणे, पिंपरी-चिंचवड़, कोल्हापुर, जलगांव, सांगली, चंद्रपुर तक किया गया। सीसीटीवी के माध्यम से कार्रवाई करते समय चालक का वाहन नंबर नोट किया जाता है। फिर ई-चालान को ड्राइवर के मोबाइल पर भेज दिया जाता है। इसमें जुर्माना राशि और भुगतान अवधि का विवरण होता। यह जुर्माना ऑनलाइन या निकटतम यातायात पुलिस स्टेशन पर भुगतान करने की भी सुविधा है। लेकिन ई-चालान के बाद भी चालक पेनाल्टी का भुगतान नहीं करते हैं। यह पता चला कि कार्रवाई करने का कोई फायदा नहीं है। इसलिए ई-चालान का भुगतान नहीं करने वाले ड्राइवरों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। अब तक राज्य में ५३ लाख ७ हजार ६३९ ई-चालान का कोई दंड नहीं दिया गया है। उनकी जुर्माने की राशि ११८ करोड़ ८० लाख ४४ हजार ५५४ रुपये है। ई चालान ना भरने वालों का आंकड़ा दिनों दिन बढ़ता जा रहा है।
राज्य में पांच हजार व उससे ज्यादा की दंड वसूली वाले ९ हजार १११ ई चालान हुए हैं। इनका ६ करोड़ ५७ लाख ९५ हजार ८०० रुपये दंड वसूली का इंतजार है। इसमें ३ हजार ४१० ई चालान मुंबई के हैं, जिसकी राशि २ करोेड़ ४३ लाख ३ हजार है। वहीं राज्य में अब तक ३१ लाख ३ हजार ४१३ ई-चालान के लिए ८८ करोड़ ३३ लाख २८ हजार रुपये के जूर्माने की वसूली हुयी है। इसमें मुंबई में ८ लाख १२ हजार ५०१ ई-चालान की वसूली हुयी।.