मुंबई : सीबीआई ने शुक्रवार को 10 लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में 3 लोगों को गिरफ्तार किया। उनमें एक खुद को सीबीआई अधिकारी ही बता रहा था। गिरफ्तारी के बाद हुई पड़ताल और उससे पूछताछ में पता चला कि उसने फर्जी नाम, दस्तावेजों पर सिम कार्ड खरीदे थे। दस्तावेजों में उसने अपना अड्रेस ही फर्जी दिया हुआ था। इस केस में शिकायतकर्ता एक महिला है। महिला के अनुसार, उसे कॉल करने वाला खुद को सीबीआई की ऐंटी करप्शन ब्यूरो में सीनियर, एसपी बता रहा था। महिला का कोई बिजनस है। इसको लेकर अतीत में कोई जांच भी हुई थी। उस एजेंसी ने अपनी जांच रिपोर्ट भी सौंप दी थी लेकिन फिर भी महिला को सीबीआई के नाम से कॉल आ रहे थे। कॉल करने वाला महिला को वॉट्सऐप भी कर रहा था। उसने सीबीआई के नाम से एक फर्जी ई-मेल आईडी भी बनाई थी।
खुद को सीबीआई का एसपी बतानेवाला महिला से उसके पक्ष में रिपोर्ट लिखने के बदले में 10 लाख रुपये मांग रहा था। बाद में समझौता 5 लाख रुपये में हुआ। लेकिन महिला ने रिश्वत देने से पहले सीबीआई में शिकायत कर दी। इसके बाद ट्रैप लगाया गया और 2 आरोपियों को मुंबई एयरपोर्ट के बाहर से पकड़ा गया, जब ये लोग मुंबई से बाहर आ रहे थे। सूत्रों के अनुसार, सीबीआई के नाम की फर्जी ई-मेल आईडी यूपी के प्रयागराज में बनी थी।