पानी के एक बूंद के लिए तरसते हुए युवक ने दम तोड़ा
वडाला टी टी पुलिस स्टेशन के सामने किया गया धरना प्रदर्शन
मुम्बई/ के वडाला टी टी पुलिस स्टेशन की लापरवाही से विजय सिंह नामक युवक के मौत का मामला सामने आया है जो कि शर्मनाक औऱ दर्दनाक के रुप में देखा जा रहा है आपको बता दे विजय सिंह(25) फर्मा कंपनी में एमआर के तौर पर काम करते थे 27 अक्टूबर की रात 11 बजे खाने के बाद अपने चचेरे भाई के साथ टहलने और अपनी होने वाली पत्नी से फ़ोन पर बात करने के लिए घर से थोड़ी दूर वडाला ट्रक टर्मिनल की तरफ निकले,
वडाला ट्रक टर्मिनल जब पहुँचे तो विजय सिंह के बाइक की लाइट वहाँ बैठे एक कपल तक पहुँची।चेहरे पर लाइट पड़ने से कपल वाले लड़के ने विजय को गाली गलौच देना शुरू कर दिया और गाली देते हुये अपने दो दोस्तों को भी बुला लिया बात आगे बढ़ कर मारा मारी तक पहुँच गया,कुछ ही समय में मौके पर पुलिस ने अपना हाजिरी लगा दिया।सफाई में विजय सिंह कुछ कह पाते उससे पहले ही कपल वाली लड़की ने पुलिस को बताया कि विजय सिंह और उसके दोस्त मुझे छेड़ रहे थे। उसके बाद क्या पुलिस ने विजय सिंह और उसके साथ वाले को बुरी तरह पीटते हुये वडाला टी टी पुलिस स्टेशन ले गये,मामले का पूरी जानकारी ना लेते हुये पुलिस ने विजय सिंह और उनके साथ वालों को अलग अलग लॉकअप में डाल दिया।पुलिस ने विजय सिंह को बहुत ज्यादा प्रताड़ित किया यहाँ तक कि पुलिसकर्मियों ने विजय पर थर्ड डिग्री का भी इस्तेमाल किया.वहीं रात करीब 2.30 बजे के आस पास विजय ने सीने में दर्द होने लगा तब विजय ने पुलिस से बताया कि मेरे सीने में दर्द बहुत ज्यादा है प्यास भी बहुत तेज लगी है पुलिस ने पानी देने से मना कर दिया जबकि पुलिस स्टेशन में मौजूद विजय की माँ जब अपने बेटे को पानी देने के लिये गयी तब पुलिस वाले ने विजय की माँ को भला बुरा कह कर पानी नहीं देने दिये।यहाँ तक पुलिस स्टेशन में मौजूद विजय का छोटा भाई पानी देने गया तो उसके साथ भी पुलिस ने दुर्व्यहार करते हुये गाली गलौच भी पुलिस ने दिया।
पुलिस के दर्दनाक और शर्मनाक रवैये से विजय सिंह की हालत बहुत ही गंभीर हो गया,वहाँ मौजूद अन्य पुलिस वाले ने विजय को लॉकअप से बाहर निकाला,माँ और भाई विजय को हॉस्पिटल ले जाने के लिए गुहार लगाते रहे।विजय के साथ कुछ अनहोनी हो चुका है ऐसा पुलिस को आभास हुआ तब पुलिस ने उसे हॉस्पिटल ले जाने को कहा,पुलिस अपनी गाड़ी में ना ले जाने के लिए डीजल ना होने का बहाना कर के अपना पल्लू झाड़ने पर टिकी रही,पुलिस ने सलाह में विजय के माँ और भाई को ओला बुक कर के उसे हॉस्पिटल ले जाने को कहा लेकिन तब तक बहोत देर हो चुकी थी और विजय दम तोड़ चुका था,घटना के बाद इलाके ही नहीं बल्कि शहर में लोगों के अंदर आक्रोश नजर आने लगा।विजय की मौत के बाद बड़ी की संख्या में लोग उपस्थित हो कर वडाला टी टी पुलिस स्टेशन के सामने धरना प्रदर्शन भी किये,मामला आग की तरह फैल गया मामले को गंभीरता से लेते हुये वरिष्ठ अधिकारियों को कही ना कही पुलिस का दोषी नजर आयी जिसमें पाँच पुलिस को निलंबित करना पड़ा।