काेटा /बारां/झालावाड़/बूंदी. हाड़ाैती अंचल में कुछ दिनाें से बादल छाए रहने के बाद शनिवार काे रुक-रुककर बरसात हाेती रही। रामगंजमंडी- माेड़क स्टेशन में बेर के अाकार के अाेले भी गिरे। किसानाें की खेताें में खड़ी फसलाें काे नुकसान हुअा। भामाशाह मंडी में जिंस भी भीग गई। इससे किसानाें काे नुकसान हुअा है। बारां मंडी में सोयाबीन, धान, मक्का की करीब 10 हजार बोरियां भीग गई। किसान और व्यापारियों को करीब 500 क्विंटल का नुकसान बताया जा रहा है। बेमौसम बारिश से खेतों में कटी पड़ी धान की फसल को नुकसान है। झालावाड़ के पनवाड़ अाैर अावर में बूंदाबांदी हुई।
वहीं, बूंदी के केशवरायपाटन-कापरेन अाैर कुछ गांवाें में बूंदाबांदी हुई। काेटा जिले में कैथून-मंडाना-रानपुर में हुई हल्की बारिश से वातावरण में सर्दी का असर बढ़ गया। रामगंजमंडी-मोड़क स्टेशन क्षेत्र में करीब 3 मिनट तक बेर के आकार के ओले भी गिरे। इससे मौसम में ठंडक बढ़ गई। मंडी में किसानों की जिंस भीग गई।
जाेधपुर : फसल समेटने के आखिरी दिनों में किसानों पर मार
जोधपुर. जिले के विभिन्न अंचलों से. बीते 24 घंटे में जिले के दर्जनों गांवों में मौसम पलटी खाया। फलोदी, बाप, लोहावट, शेरगढ़, बालेसर सहित अन्य क्षेत्रों के गांवों में देर रात से सुबह तक बारिश का दौर चला। खेतों में पानी भर गया। इससे खेतों से फसलें समेटने लगे किसानों को चिंता में डाल दिया। बारिश से खेतों में पड़ी फसलों के काली पड़ने की आशंका है।
बाप उपखंड क्षेत्र खेतों व खलिहानों में पानी भर गया। जिससे किसानों की मेहनत पानी में बह गई। ख़िदरत, करणी नगर, किशनेरी, राणेरी, बारू, खेतुसर, धोलिया, माडपुरा सहित कई गांवों में बाजरा, ग्वार, मूंग, मोठ व सोनामुखी की फसलें खराब हो गई। बाज़रा व ग्वार की पकी पकाई फसल अधिकांश खेतों में काट कर रखी हुई थी। पानी से भीगने से फसलें चौपट हो गई।किसानों ने सर्वे कर मुआवजा दिलाने की मांग की। देचू क्षेत्र में शनिवार सुबह अचानक मौसम बदल गया। चांदसमा, बुड़किया, गोविन्दपुरा, लालपुरा, झाबरा आदि गांवों में एक घंटे तक बारिश हुई। कलाऊ क्षेत्र के भीमसागर, केशरगढ़, राणासर, हेमनगर, सारण नगर, विशननगर, नयासरा, रूपनगर सहित अन्य गांवों में पकी पकाई फसल खराब हो गई। सर्वाधिक नुकसान मूंगफली, कपास, बाजरा व ग्वार की फसलों में होने की आशंका है। बालेसर के ग्रामीण अंचल में शनिवार को कुई इन्दा, धीरपुरा, बेलवा, उटाम्बर, खुडियाला, चिड़वाई ,खारी बेरी सहित आसपास के दर्जनों गांवों में सुबह हुई तेज बारिश से किसानों की मूंगफली व कपास की फसलें खराब हो गई।