मुंबई : शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को कहा कि भाजपा नीत केन्द्र सरकार अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के बहुप्रतीक्षित फैसले का ‘श्रेय’ नहीं ले सकती। ठाकरे ने संवाददताओं से कहा,’हमने सरकार से (अयोध्या में भव्य) राम मंदिर के निर्माण पर एक कानून बनाने का अनुरोध किया था लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट फैसला सुनाने जा रहा है तो सरकार इसका श्रेय नहीं ले सकती (अगर फैसला मंदिर के पक्ष में आया तो भी)। गौरतलब है कि राम जन्म भूमि-बाबरी मस्जिद विवाद मामले में सुप्रीम कोर्ट शनिवार को अपना फैसला सुनाएगा।
इससे पहले एक-दूसरे के सहयोगी रहे बीजेपी और शिवसेना के आपसी संबंध इन दिनों तल्ख हैं। हाल ही में विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद दोनों पार्टियां मुख्यमंत्री की जिद पर अड़ी हुई हैं और इसके चलते महाराष्ट्र में नई सरकार का गठन नहीं हो पा रहा है। बीजेपी ने जब 2.5-2.5 साल बीजेपी और शिवसेना के मुख्यमंत्री की बात नहीं मानी है तो शुक्रवार को शिव सेना ने अब अन्य विकल्पों पर जाने का इशारा कर दिया है। इस बीच शुक्रवार को ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अपना इस्तीफा राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को सौंप दिया। राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंपने के बाद फडणवीस ने शिवसेना पर जमकर हमला बोला। शिवेसना के ’50-50′ फॉर्म्युले के तह ढाई-ढाई साल के लिए दोनों दलों के सीएम की मांग को गलत बताते हुए फडणवीस ने कहा कि इसपर कभी कोई फैसला नहीं हुआ था।
अयोध्या मामले में सुप्रीम कोर्ट के बहुप्रतीक्षित फैसले का श्रेय बीजेपी नहीं ले सकती: शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे
