मुंबई : बीएमसी अस्पताल में हादसे का शिकार हुए प्रिंस को बीएमसी की तरफ से दी जा रही आर्थिक मदद को लेने से परिवार वालों ने मना कर दिया है। परिवार वालों का कहना है कि उन्हें आर्थिक मदद नहीं, बल्कि प्रिंस की जिंदगी चाहिए, ताकि भविष्य में उसे किसी भी तरह की समस्या न हो। केईएम अस्पताल में आग से झुलसे दो महीने के प्रिंस को 5 लाख रुपये बतौर मुआवजा देने की घोषणा प्रशासन ने की है। लेकिन परिवार वालों ने पैसे लेने के बजाय प्रिंस की आजीवन सलामती की मांग की है। प्रिंस के पापा पन्नेलाल राजभर ने कहा कि सोमवार को मुझे अस्पताल के डीन 5 लाख रुपये मुआवजे के रूप में दे रहे थे, लेकिन हमने लेने से इनकार कर दिया। हम चाहते हैं कि प्रिंस को न केवल फिलहाल, बल्कि भविष्य में भी किसी तरह की शारीरिक समस्या का सामना न करना पड़े।
इस मामले में जब अस्पताल के डीन डॉ. हेमंत देशमुख से बात की तो उनका कहना था कि प्रिंस की स्थिति फिलहाल स्थिर है और उसके सभी हेल्थ पैरामीटर भी बेहतर हैं। ओरली उसे मां का दूध भी दिया जा रहा है। वेंटिलेटर के जरिए ऑक्सिजन सप्लाई की जरूरत भी धीरे-धीरे कम हो रही है। प्रिंस की बेहतरी के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। बता दें कि सोमवार को प्रिंस के पापा बीएमसी कमिश्नर प्रवीण परदेशी से मिले थे।