ठाणे : ठाणे मनपा द्वारा जीसीसी (ग्रास कास्ट कॉन्ट्रैक्ट ) के तहत ठेकेदार के जरिए चलाई जा रही बसों के लिए आंनद नगर स्थित डिपो के पेट्रोल पंप पर पिछले तीन सालों से डीजल चोरी किए जाने का मामला सामने आया है। सरकारी एचपीसीएल कंपनी के सप्लायर पर इस चोरी का आरोप लगा है। इस खुलासे के बाद ठाणे मनपा परिवहन सेवा (टीएमटी) सतर्क हो गई है और टीएमटी की तरफ से अन्य बस डिपो में सप्लाई किए जाने वाले डीजल की छानबीन शुरू कर दी गई है। टीएमटी के मुल्लाबाग डिपो के पेट्रोल पंप पर एचपीसीएल का ही ठेकेदार डीजल की सप्लाई करता है। ऐसे में आशंका है कि वहां भी डीजल में चोरी की जा रही होगी। इसके अलावा टीएमटी के वागले इस्टेट तथा कलवा बस डिपो में इंडियन ऑइल कंपनी की तरफ से डीजल की सप्लाई होती है। चोरी की बात सामने आने पर जीसीसी ठेकेदार कंपनी सिटी लाईट की तरफ से डीजल सप्लायर के खिलाफ कासरवडवली पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। साथ ही संबधित पेट्रोलियम कंपनी से डीजल के सप्लायर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने तथा उसे ब्लैक लिस्ट करने की मांग की गई है।
टीएमटी द्वारा शहर में जीसीसी के माध्यम से ठेकेदार के जरिए 190 बसें चलाई जाती हैं। इन बसों को खड़ा करने, डीजल भरने व रख-रखाव का काम घोडबंदर के आनंद नगर बस डिपो में किया जाता है। दो दिन पहले सप्लायर के टैंकर से डिपो के टैंकर में डीजल भरते वक्त डीजल चोरी किए जाने की बात सामने आई। छानबीन करने पर पता चला कि सप्लायर ने अपने टैंकर में चेसिस के निचले हिस्से पर एक अतिरिक्त पाइप की फिटिंग कर रखी थी, जिसके जरिए टीएमटी के टैंक में डीजल भरते वक्त करीब 300 लीटर डीजल वापस सप्लायर के टैंकर में उसी रिटर्निंग पाईप द्वारा फिर पहुंच जाता था। चोरी की बात को ठेकेदार कंपनी सिटी लाईट ने गंभीरता से लिया और पुलिस स्टेशन में सप्लायर के खिलाफ मामला दर्ज कर उसकी जानकारी कंपनी को दी। बताया गया है कि उक्त सप्लायर टीएमटी के मुल्ला बाग डिपो में भी डीजल सप्लाई करता है। चोरी की बात सामने आने के बाद टीएमटी प्रशासन की भी नीद उड़ गई है और उनकी तरफ से भी डिपो के पंप पर आने वाले डीजल की छानबीन शुरू की गई है। सूत्रों के अनुसार प्रतिमाह एचपीसीएल कंपनी का सप्लायर 22 टैंकर डीजल की सप्लाई करता था। प्रत्येक टैंकर में 20 हजार लीटर डीजल होता है। आशंका है कि इस तरह प्रतिमाह औसतन 6600 से 7 हजार लीटर डीजल की चोरी हो रही थी। दावा किया गया है कि करीब तीन सालों से यह चोरी जारी थी।
डीजल चोरी मामले को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है। बीजेपी के गुटनेता नारायण पवार ने इसे बड़ा घोटाला बतया है। पवार ने सीआईडी से जांच कराने की मांग की है और इस बारे में मनपा आयुक्त संजीव जायसवाल को पत्र लिखा है। पवार ने इस घोटाले में कई लोगों के संलिप्त होने का आरोप लगाया है। टीएमटी के प्रबंधक संदीप मालवी कहते हैं कि जिस डिपो के पंप पर चोरी सामने आई थी, वहां ठेके पर चलने वाली बसों के लिए ठेकेदार कंपनी द्वारा डीजल मंगाया जाता था। वहां एचपीसीएल का ठेकेदार डीजल की सप्लाई करता है। चोरी की घटना के सामने आने के बाद टीएमटी प्रशासन की तरफ से दूसरे डिपो के पंप की जांच की जा रही है और पता लगाया जा रहा है कि क्या वहां भी कोई गड़बड़ी हो रही थी।