मुंबई : ठाणे ग्रामीण पुलिस ने एक ऐसे शातिर चोर को उसके साथी के साथ गिरफ्तार किया है, जो अकेले ही सेंध लगाकर चोरी को अंजाम देता था। आरोप है कि राजेंद्र पटेल दिन दहाड़े ही घरों के ताले तोड़ता था और भीतर रखे गहनों और रुपयों को लेकर गायब हो जाता था। पटेल पिछले दो सालों से चोरी की वारदात को अंजाम दे रहा था और वह पहली बार पुलिस के हत्थे चढ़ा है। अंधेरी में रहने वाला पटेल सुबह अंधेरी से मीरारोड, भाईंदर, नालासोपारा और विरार के लिए लोकल ट्रेन पकड़कर निकलता था। फिर घटना को अंजाम देकर रात तक अंधेरी वापस पहुंच जाता था। पुलिस की पकड़ में न आए, इसलिए वह अंधेरी पहुंचने पर मोबाइल बंद कर लेता था। राजेंद्र पटेल को पकड़ने के लिए पुलिस ने अंधेरी स्टेशन के बाहर तीन सीसीटीवी कैमरे लगाए थे और दो पुलिस वाले रात-दिन वहां नजर रखे हुए थे। चोरी के गहनों को पटेल खुद कहीं नहीं बेचता था और वह गहने अपने दोस्त रोहित रेशम को देता था और रोहित गहनों को खुद गिरवी रखकर पटेल को रुपये देता था। पकड़े गए पटेल और रोहित के पास से पुलिस ने 36 लाख, 20 हजार रुपये मूल्य के सोने तथा चांदी के गहने बरामद किए हैं। दोनों को तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेजा गया है। पुलिस को आशंका है कि कई और मामलों का अभी खुलासा होना बाकी है।
ठाणे ग्रामीण पुलिस के एसपी डॉ. शिवाजी राठौड़ के मुताबिक, पिछले कुछ माह से मीरारोड तथा भाईंदर परिसर में चोरी की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए अपराध शाखा को घटनाओं पर नियंत्रण लगाने और चोर को पकड़ने की दिशा में कदम उठाने का निर्देश दिया गया था। अपराध शाखा के सीनियर पीआई व्यंकट आंधले के मार्गदर्शन में एपीआई प्रवीण सालुंखे, विलास कुटे तथा पीएसआई चेतन पाटील की टीम ने मीरारोड तथा भाईंदर में घटनास्थल वाली इमारत के आसपास और सड़क पर लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज की मदद से राजेंद्र को गिरफ्तार कर लिया।