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पैसों की बारिश कर लोगों को लूटते थे ठग, अरेस्‍ट

मुंबई : अक्षय कुमार, कैटरीना कैफ अभिनीत फिल्म ‘दे दना दन’ का एक गाना बहुत चर्चित हुआ था-‘मैं बारिश कर दूं पैसे की जो तू हो जाए मेरी।’ यह गाना फर्जी रुपयों की बारिश करके करोड़ों रुपये की ठगों करने वाले दो ठगों का भी पसंदीदा गीत है। इनमें से एक ठग निश्वित कुमार शेट्टी को तीन दिन पहले सीनियर इंस्पेक्टर महेश देसाई, संजीव गावडे, वाल्मिक कोरे की टीम ने गिरफ्तार किया था। दूसरे ठग अशोक कुमार गुप्ता को गुरुवार को पालघर जिले से पकड़ा गया। केस की जांच अधिकारी आशा कोरके नेको बताया कि गुप्ता की तीन पत्नियां हैं। ठगी की रकम इन तीन के अकाउंट्स में ट्रांसफर होती थी। फिर गुप्ता तक रकम पहुंचती थी। गुप्ता की एक पत्नी झारखंड में रहती है, दूसरे को नालासोपारा में उसने घर दिया हुआ है। वह अपनी तीसरी पत्नी के साथ पिछले कुछ दिनों से नालासोपारा में रहता था, लेकिन तीन दिन पहले जब उसे अपने साथी निश्वित कुमार शेट्टी की गिरफ्तारी की खबर मिली, तो वह मुंबई से भाग गया था।
शेट्टी ने पूछताछ में ठगी की और भी दिलचस्प कहानी सामने आई। शेट्टी ने बताया कि वह करीब एक दशक पहले तक दुबई में नौकरी करता था। मां ने जब दबाव बनाया कि वहां की नौकरी छोड़कर भारत में जॉब करो, तो उसने दुबई छोड़ दिया। भारत आने के बाद उसे एक बार किसी ने बताया कि कछुए के नाखूनों के जरिए एक तांत्रिक रुपयों की बारिश करवा सकता है। बस, इसके लिए थोड़ा निवेश करना पड़ेगा। निवेश के बाद रकम 500 गुने से ज्यादा मिल सकती है। शेट्टी ने करीब 11 लाख रुपयों का इनवेस्टमेंट किया। उसकी यह पूरी रकम डूब गई। उसे इससे सदमा तो बहुत पहुंचा, लेकिन बाद में उसने खुद भी लोगों को इसी तरह ठगने का फैसला किया। उसी दौरान उसकी किसी कॉमन फ्रेंड के जरिए अशोक कुमार गुप्ता से दोस्ती हुई। गुप्ता को वह दोस्त गुरुजी कहकर पुकारता था। शेट्टी भी गुप्ता को गुरु जी कहने लगा और फिर उसके पास आए परेशान या जल्द पैसा कमाने की इच्छा वाले लोगों को भी इसी नाम से उनका परिचय कराने लगा। बाद में दोनों ठगों ने रुपये की फर्जी बारिश करवाकर लोगों को काफी लंबी चपत लगाई। लोगों को भरोसा जीतने के लिए इन्होंने मीरा रोड और महाराष्ट्र के अलग-अलग जगहों पर घरों में 500 और 2 हजार के नकली नोट चिपका दिए थे। ये नोट असल में ‘भारतीय बच्चों का बैंक’ के नाम से छापे गए थे, जोकि नकली थे। निश्वित कुमार शेट्टी लोगों से रकम लेता था और फिर उसमें आधा हिस्सा अशोक कुमार गुप्ता की तीन पत्नियों के अकाउंट्स में ट्रांसफर कर देता था।

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