शिकायत पर दो दो नगरसेवकों का बहाना: ‘यह हमारे वार्ड का मामला नहीं है’
जनता ने लगाये आरोप, “चुनाव के समय नेता कहते है की मेरा वार्ड है और आज परेशानी में झाड़ रहे है पल्ला”
मुंबई, मालाड पूर्व स्थित कुरार विलेज के भीम नगर में पानी की किल्लत ने लोगों की जिंदगी मुश्किल कर दी है। एक तरफ लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं, तो दूसरी तरफ बीएमसी के कामचोर अधिकारी हजारों लीटर पीने के पानी को हर रोज बहने दे रहे हैं। भीम नगर, वार्ड क्रमांक 37 और 28 के बॉर्डर पर पिछले कई महीनों से पानी की पाइपलाइन तीन-चार जगहों से टूटी हुई है। रोजाना बहने वाले इस पानी का न तो कोई हिसाब है, न कोई समाधान।
स्थानीय लोगों ने बीएमसी कंट्रोल नंबर 1916 पर शिकायत की। इतना ही नहीं, उन्होंने वार्ड क्रमांक 28 के शिवसेना शिंदे गुट के पूर्व नगरसेवक शंकर हुंडारे और वार्ड क्रमांक 37 की भाजपा नगरसेविका प्रतिभा हेमंत शिंदे को बहते पानी के वीडियो बनाकर भेजे। मगर इन जनप्रतिनिधियों की प्रतिक्रिया ने जनता को और गुस्से से भर दिया। प्रतिभा शिंदे ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि, “जहां लीकेज है, वह वार्ड क्रमांक 28 में आता है। यह मेरे वार्ड का मामला नहीं है।” वहीं, शंकर हुंडारे ने गेंद दूसरी तरफ फेंकते हुए कहा, “यह तो वार्ड क्रमांक 37 का मामला है। यह मेरा काम नहीं।”
जनप्रतिनिधियों के इस रवैये ने समस्या को और उलझा दिया।अब स्थानीय जनता भी कह रही है की यही नेता चुनाव के टाइम वार्ड नहीं देखते और वोट मांगने आ जाते है और आज परेशानी में हम लोगो को बहाने देकर अपना अपना पल्ला झाड़ रहे है, अब जब चुनाव आयेगा तब हम भी इन नेताओ को नहीं पहचानेंगे। एक स्थानीय रहिवासी ने इतना तक कह डाला की पानी इतना क़ीमती है जीवन के लिए अगर आपका वार्ड ना हो फिर भी कार्यवाही करनी चाहिए क्युकी आप जनप्रतिनिधि थे परंतु यहाँ तो सब अपना पल्ला झाड़ने में लगे है ।बीएमसी के अधिकारियों को भी शिकायत दी गई, लेकिन उनकी ‘कामचोरी’ का आलम यह है कि महीनों से कोई काम नहीं हुआ। इसी वजह से भीम नगर, गांधी नगर, राम नगर और गांधी नगर टेकड़ी के लोग गंदे पानी पर गुजारा कर रहे हैं और पीने के साफ पानी के लिए तरस रहे हैं।
पानी की इस गंभीर समस्या को लेकर दो दिन पहले पूर्व सांसद संजय निरुपम ने बीएमसी इंजीनियरों की टीम के साथ पूरे क्षेत्र का दौरा किया। उन्होंने जनता से चर्चा करते हुए बीएमसी अधिकारियों को सभी लीकेज को ठीक करने और पानी का प्रेशर बढ़ाने की सख्त हिदायत दी थी। मगर अधिकारियों के ढीले रवैये के कारण आज तक कोई बदलाव नजर नहीं आया।
इसी मुद्दे को लेकर शिवसेना के वरिष्ठ नेता मिथुन सिंह ने मेट्रो दिनांक टीवी न्यूज़ को बुलाकर इस लापरवाही को उजागर करने की अपील की। जब मेट्रो दिनांक टीवी न्यूज़ टीम मौके पर पहुंची, तो मिथुन सिंह ने बीएमसी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि अगर अगले 48 घंटे में लीकेज ठीक कर पानी की बर्बादी नहीं रोकी गई, तो हम यहां धरना प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की।
अब सवाल यह उठता है कि जब पानी की एक-एक बूंद कीमती है और दोनों नेताओ के वार्ड की खींचतान में उलझी समस्या में जनता को राहत कब मिलेगा ?