मुंबई (बृजेश सिंह) । कुर्ला पश्चिम स्थित सुंदरबाग लेन में महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना और शिव स्वराज्य संस्था के संयुक्त तत्वावधान में भव्य शिव जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। इस आयोजन के प्रमुख आयोजक नरेश तारी (मनसे शाखा अध्यक्ष, 164) और विवेक राय (संस्थापक/अध्यक्ष – शिव स्वराज्य संस्था) थे, जिन्होंने इस कार्यक्रम को भव्यता प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।इस कार्यक्रम में सैकड़ो स्थानीय महिलाओं को गृहउपयोगी वस्तु जैसे कुकर वितरण किया गया।
इस अवसर पर अनेक गणमान्य व्यक्तित्व उपस्थित रहे, जिनमें प्रमुख रूप से महेंद्र भानुशाली (मनसे विभाग अध्यक्ष, चांदिवली), संजय तिवारी (समाजसेवक), बाबू बत्तेली (रा.क.पा. नेता), अनिल गलगली (RTI कार्यकर्ते), रियाज वजीर मुल्ला, अजीज भाई, रत्नाकर शेट्टी (रा.क.पा. नेता), मारुति हॉटकर, उदय नाईक, सुभाष मेस्त्री (विश्व हिंदू परिषद, कुर्ला प्रखंड) और दिनेश हळदणकर शामिल रहे।शिव जन्मोत्सव की शोभा बढ़ाने और इसे सफल बनाने में संतोष दरवेश (मनसे माथाडी उपचिटणीस), मल्लेश गजरे, परेश चौधरी और शैलेश सिंह ने अहम भूमिका निभाई।

इस कार्यक्रम की सबसे खास प्रस्तुति रही “श्रीमंतयोगी” नाटक, जिसे किशोर मिस्त्री (लेखक), मधुकर मिस्त्री (दिग्दर्शक) और रोहित बेंडल (संगीत) के निर्देशन में किशोरी थिएटर द्वारा मंचित किया गया।
इस नाटक ने छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन के गौरवशाली प्रसंगों को जीवंत किया। अफजल ख़ान वध, जिसमें शिवाजी महाराज की सूझबूझ और वीरता का चित्रण किया गया, दर्शकों को रोमांचित कर गया। शाइस्ता ख़ान पर हल्ला, जहां मुट्ठीभर मराठा सैनिकों ने मुगलों के किले में घुसकर धावा बोला, यह दृश्य भी दर्शकों के रोंगटे खड़े कर गया। गढ़ आला पण सिंह गेला का भावुक दृश्य, जिसमें एक वीर मराठा सरदार ने गढ़ जीतने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, ने लोगों की आंखें नम कर दीं।
आगरा की भेंट में दिखाया गया कि किस तरह औरंगजेब के दरबार में कैद होने के बावजूद शिवाजी महाराज अपनी बुद्धिमानी से वहां से निकलने में सफल हुए। और अंत में, श्री शिवराज्याभिषेक का दृश्य, जिसमें पूरे मराठा साम्राज्य ने अपने छत्रपति का राजतिलक होते देखा, इस नाटक को देखने आए हजारों दर्शकों के लिए प्रेरणादायक बन गया।
नाटक के दौरान दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
इस आयोजन को लेकर एक दर्शक ने हमारे संवाददाता से बात करते हुए कहा,
“ऐसे कार्यक्रम हमारे युवाओं को छत्रपति शिवाजी महाराज के आदर्शों से जोड़ने का काम करते हैं। विवेक राय को धन्यवाद, जिन्होंने हमें इतनी अद्भुत प्रस्तुति देखने का अवसर दिया।”