मुंबई। मालाड स्थित मालवणी क्षेत्र की लगभग 14,000 झोपड़ियों का पुनर्विकास के लिए म्हाडा मुंबई मंडल ने पहल की है। झोपड़पट्टी पुनर्विकास प्राधिकरण द्वारा सालो साल से पुनर्विकास के लिए अटकी पड़ी 21 योजनाओं को म्हाडा को डॉप दिया गया है। म्हाडा ने इसी के तहत मालाड के मालवणी क्षेत्र की 51 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले राजीव गांधी नगर का पुनर्विकास करने के लिए म्हाडा ने सलाह-कार और वास्तुविद की नियुक्ति करने का निर्णय लिया है। म्हाडा ने इसके लिए मुंबई मंडल द्वारा निविदा जारी की गई।
म्हाडा द्वारा निकाली गई निविदा के अनुसार परियोजना का विस्तृत खाका तैयार करना, निविदा प्रक्रि या को लागू करना और परियोजना प्रबंधन की जिम्मेदारी सलाहकार एवं वास्तुविद को सौंपी जाएगी। इस परियोजना को पूरा करने के लिए लगभग छह वर्ष का समय लगने की संभावना है। यह म्हाडा की अब तक की सबसे बड़ी झोपड़पट्टी पुनर्वि-कास योजना मानी जा रही है। इससे पहले मंडल ने जोगेश्वरी की साई बाबा योजना, कुर्ला की श्रमिक नगर और चेंबूर की जागृति योजना हाथ में ली थी। इन तीनों योजनाओं के लिए झोपड़पट्टी पुनर्विकास प्राधिकरण से म्हाडा को एलओआई प्राप्त हो चुकी है जिनका क्षेत्रफल 1,500 से 2,008 वर्ग मीटर तक है।
मालाड-मालवणी की चौदह हजार झोपड़पट्टी का पुनर्विकास करेगी म्हाडा
