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युवक-युवती हत्या के मामले में देवासी समाज ने पिंडवाड़ा थाने का किया घेराव

पिंडवाड़ा थाना क्षेत्र के विरोली गांव में हुए ऑनर किलिंग के मामले में गुरुवार को देवासी समाज के लोगों ने पिंडवाड़ा थाने का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। समाज के लोगों ने आरोपियों को गिरफ्तार करने व इस मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग को लेकर पुलिस प्रशासन के विरूद्ध नारेबाजी की। इस पर एसपी कल्याणमल मीणा मौके पर पहुंचे और परिजनों से समझाइश की। इन पर उनकी मांग थी की इस मामले की जांच दूसरे अधिकारी से करवाई जाए, जिसके बाद यह जांच माउंट डिप्टी प्रवीण सैन को सौंपी गई है। वहीं सुरक्षा के लिए दो पुलिसकर्मी भी गांव में तैनात करने का आश्वासन दिया। दरअसल, 1 जून को विरोली गांव में सरूपाराम देवासी नाम के लड़के व एक लड़की की हत्या कर उनका अंतिम संस्कार कर दिया था। कई दिनों तक परिजन इस मामले में चुप्पी साधे रहे लेकिन समाज में जब इस बात की जानकारी मिली तो यह मामला बढ़ गया। इसको लेकर गुरुवार को पिंडवाड़ा के मामाजी थान पर देवासी समाज के लोग शामिल हुए और यहां से सरियादेवी मंदिर चौक पर पहुंचे। यहां से विरोध में रैली निकाली जो मुख्य बाजार, हनुमान चौक, रावल वास, द्वारकाधीश चौकी, मंगल कलश चौराहा व सुखाडिय़ा सर्किल होते हुए पिंडवाड़ा थाने पहुंचे। यहां पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। समाज व परिजनों का आरोप था था कि इस मामले में 20 जून को मामला दर्ज होने के बाद भी पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। वहीं इसकी जांच सीबीआई से भी कराने की मांग की। समाज के लोगों का आरोप था कि इस हत्याकांड में पुलिसकर्मी भी शामिल थे इनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। सूचना मिलने पर एसपी कल्याणमल मीणा मौके पर पहुंचे। इस पर प्रतिनिधि मंडल से एसपी से मुलाकात कर इस मामले की जांच दूसरे अधिकारी से करवाने, सुरक्षा के लिए पुलिसकर्मी नियुक्त करने व इस मामले में एक पुलिसकर्मी की मिलीभगत को लेकर उसके खिलाफ कार्रवाई करने की बात कहीं। इस पर एसपी ने जांच माउंट डिप्टी को सौंपने के साथ ही गांव में दो पुलिसकर्मी नियुक्त करने की बात कहीं। साथ ही आश्वासन दिया कि यदि किसी पुलिसकर्मी की मिलीभगत सामने आती है तो जांच के बाद उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद समाज के लोग व परिजन माने और देर रात करीब 9 बजे धरना समाप्त किया।
मृतक के पिता अचलाराम ने बताया कि सरूपाराम अहमदाबाद में कपड़े की दुकान पर नौकरी करता था। गांव की ही लड़की के प्रेम प्रसंग के चलते उसके परिवार व अन्य लोगों ने दोनों को गांव लेकर आए और यहीं पर गला घोटकर हत्या कर दी और इनका अंतिम संस्कार भी कर दिया।

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