दिल्ली: दिल्ली महिला आयोग ने 15 साल की एक ऐसी लड़की को बचाया है, जिसे उसकी मां ने एक तस्कर को 1 लाख रुपये के लिए बेच दिया था. दरअसल, 8 सितंबर को लड़की की मां ने उससे कहा कि वह बदरपुर में उसकी बहन के यहां जा रहे हैं, लेकिन वह उसे निजामुद्दीन के एक होटल में ले गई. होटल में सौदा करने के बाद उसकी मां ने कहा कि उसे कहीं जाना है, और एक शख्स उसे अपने साथ घर ले जाएगा.
इसके बाद वो शख्स उसके घर ले जाने के बजाय बवाना गांव की ईश्वर कॉलोनी में अपने घर ले गया. उसके घर की लड़कियों ने उससे कहा कि वह शादी का जोड़ा पहने और तैयार हो जाए. पूछने पर उन्होंने उसे बताया कि उसकी मां ने उसे 1 लाख रुपये में बेच दिया है, इसलिए उसे ग्राहकों के साथ सोना पड़ेगा.
उसी दौरान एक दिन के भीतर लड़की को मौका मिला और किसी तरह भागने में कामयाब रही. उस समय उसकी जेब में 10 रुपये थे. वह ऑटो से बवाना जेजे कॉलोनी स्थित अपने घर वापस पहुंच गई. उसने अपने पड़ोसियों से मदद मांगी तो उन्होंने दिल्ली महिला आयोग के 181 महिला हेल्पलाइन नंबर पर फोन किया. दिल्ली महिला आयोग की टीम तुरंत मौके पर पहुंची और लड़की को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले गई.
लड़की ने आयोग को बताया कि उसकी एक व्यक्ति के संपर्क में थी जिसका बाल तस्करी का पुराना रिकॉर्ड था. उसने लड़की की मां से कहा कि अगर वह अपनी बेटी की शादी हरियाणा में एक 62 साल के आदमी से कर देगी तो वह उसे 1 लाख रुपये देगा. हालांकि, जब लड़की को इस बात का पता चला तो उसने इसका विरोध किया और अपनी मां को चेतावनी दी कि अगर वह उसे शादी के लिए मजबूर करने की कोशिश करती है तो वह उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करेगी. पीड़िता ने आयोग को बताया कि उसने कभी अपने पिता को नहीं देखा. वह अपनी मां, सौतेले पिता और 4 भाई-बहनों के साथ बवाना जेजे कॉलोनी में रहती थी. उसने बताया कि उसकी मां ने पिछले महीने उसके 1 साल के भाई को भी एक तस्कर को बेच दिया था. उसकी मां कर्ज में डूबी हुई थी और उसने कर्ज लौटने के लिए अपना बच्चा बेच दिया था. पुलिस ने आईपीसी की धारा 370A के तहत मामले में एफआईआर दर्ज की है. पीड़िता को एक आश्रय गृह में भेज दिया गया है. हालांकि पुलिस अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं कर पाई है.
दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने कहा, दिल्ली में तस्करी के मामले जारी हैं. दिल्ली पुलिस लड़कियों के खिलाफ अपराध और तस्करी पर लगाम लगाने में असफल है. हालांकि इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है, लोकिन पुलिस अभी तक किसी को गिरफ्तार नहीं कर पाई है.
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि तस्करों के साथ मां को भी गिरफ्तार किया जाना चाहिए. इसके अलावा सौतेले पिता की भूमिका की भी पूरी जांच होनी चाहिए. वहीं 1 साल के लापता लड़के का भी पता लगाया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, यह दुखद है कि पुलिस कोई सक्रिय कार्रवाई नहीं करती है. मालीवाल ने कहा कि हम पुलिस को नोटिस जारी कर रहे हैं और पुलिस से मामले में रिपोर्ट मांग रहे हैं.