मुंबई : एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने हालिया विधानसभा चुनाव में शानदार प्रदर्शन के बाद अपना नया राजनीतिक अजेंडा सेट कर लिया है। उन्होंने कहा कि वह प्रकाश आंबेडकर के नेतृत्व वाले वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) को समर्थन देने वाले समाज के विभिन्न वर्गों को वापस अपने साथ लाने के लिए काम करेंगे। पवार ने यह बात एनसीपी के पराजित उम्मीदवारों को संबोधित करते हुए कही। रविवार को मुंबई में एनसीपी के पराजित उम्मीदवारों की हौसला आफजाई करने के लिए पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने उनके साथ बैठक की। बैठक में नेताओं ने पराजित उम्मीदवारों से बात के लिए तारीफ की उन्होंने चुनाव में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को कड़ी टक्कर दी। इस बैठक में पवार ने स्वीकार किया कि वीबीए ने विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में उनकी पार्टी की उम्मीदों पर पानी फेरा। पवार ने कहा कि हाल तक वीबीए का मताधार एनसीपी से जुड़ा था। उन्होंने दावा किया कि युवाओं, किसानों और अल्पसंख्यकों ने राज्य विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी को वोट दिया। उन्होंने कहा कि इस साल हुए लोकसभा चुनाव के दौरान दलितों और मुसलमानों ने वीबीए को समर्थन दिया, लेकिन पिछले महीने हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में मुसलमानों ने वीबीए को समर्थन नहीं दिया।
बावजूद इसके कड़ी मेहनत के हम कुछ विधानसभा सीटों पर जीत हासिल नहीं कर सके। पवार ने विशेषकर मुंबई और ठाणे जैसे शहरों में पार्टी संगठन को मजबूत बनाने की जरूरत पर जोर दिया। एनसीपी ने विधानसभा चुनाव में 117 सीटों पर उम्मीदवार उतारे थे, जिनमें से 54 सीटों पर उसे जीत मिली। पार्टी को 2014 में मिली 41 सीटों के मुकाबले इस बार 13 अधिक सीटों पर जीत हासिल हुई है।