उत्तराखंड में हल्द्वानी के हरिपुर जमन सिंह गांव के पास झाड़ियों में मिले महिला के कंकाल की शिनाख्त के बाद पुलिस ने हत्यारोपी ससुर को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया है। पुलिस का दावा है कि महिला के अवैध संबंधों के शक में उसके ससुर ने उसे मौत के घाट उतार दिया।
एसएसपी सुनील मीणा ने मंगलवार को बहुउद्देश्यीय भवन में हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि 27 सितम्बर को रामपुर रोड स्थित हरिपुर जमन सिंह गांव में पुलिस को एक कंकाल मिला था। पूछताछ के बाद गांव के गुरुचरन सिंह और एक अन्य महिला ने उसकी पहचान गांव में किराये पर रहने वाली सीमा के तौर पर की। एसपी सिटी अमित श्रीवास्तव, सीओ दिनेश ढौंडियाल, एसएसआई कश्मीर सिंह समेत एसओजी टीम की पड़ताल के बाद गुरुचरन सिंह की तहरीर पर पुलिस ने सीमा के ससुर मदन लाल (50) निवासी गांव जोगीढेर थाना मंडैरा अलीगंज बरेली को रामपुर रोड से गिरफ्तार कर लिया। मंगलवार को कोर्ट में पेशी के बाद आरोपी को जेल भेज दिया गया। वार्ता के दौरान एसपी ट्रैफिक रचिता जुयाल, सीओ डीसी ढौंडियाल मौजूद थे।
कप्तान के मुताबिक आरोपी मदन लाल 10 सितम्बर को गुरुचरण सिंह के घर बहू सीमा और अपने छोटे बेटे धर्मेश (7) और पोती निशा (1) के साथ किराये पर रहने आया था। 18 सितम्बर को मदनलाल अचानक लापता हो गया। नौ दिन बाद गांव की झाडि़यों में एक कंकाल मिला। गांव के सुखबीर सिंह ने बताया कि गांव के बच्चों को झाड़ियों में शव पड़ा दिखाई दिया।
आरोपी मदन के अनुसार उसके बेटे दिनेश पाल की शादी साढ़े तीन साल पहले सीमा से हुई थी। आरोप है कि बेटा मानसिक रोगी होने के कारण बहू का चाल-चलन खराब हो गया। गांव में बदनामी के चलते वह उसे हल्द्वानी ले आया। यहां दोनों एक साथ मजदूरी करने लगे। मगर यहां भी उसके साथी मजदूरों से संपर्क हो गया। कई बार समझाने के बावजूद वह उससे लड़ने लगी।
17 सितम्बर की रात दोनों के बीच इस बात को लेकर झगड़ा हो गया। गुस्से में आकर उसने पहले चापड़ से सीमा पर हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। इसके बाद उसने उसका गला घोट दिया। रात को ही वह लाश कंधे पर उठाकर गांव से सटे जंगल में फेंक आया। सुबह जब तक ग्रामीणों की आंख खुलती आरोपी बच्चों को लेकर चंपत हो गया।