मुंबई : ऐंटि नार्कोटिक्स सेल ने एक ऑस्ट्रेलियाई नागरिक डॉक्टर रेजा फरेडून बोरहानी को गिरफ्तार किया है। वह बॉलिवुड ऐक्ट्रेस और मॉडल तोरा खासगीर का पति है। डीसीपी शिवदीप लांडे ने बताया कि आरोपी को शुक्रवार को बांद्रा से पकड़ा गया। उसके पास से 31.5 ग्राम एलएसडी ड्रग जब्त किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 1 करोड़ 8 लाख रुपये से ज्यादा है। किला कोर्ट ने उसे 27 नवंबर तक पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। डॉक्टर बोरहानी केनाबिस हेल्थ ऐंड साइंस प्राइवेट लिमिटेड का संस्थापक और प्रेसिडेंट है। उसका नाम गोवा की तमाम रेव पार्टी से निकला था। तब से उसकी खोजबीन चल रही थी। शुक्रवार को जब उसके मुंबई आने की खबर मिली, तो इंस्पेक्टर सुनील जाधव और प्रशांत मोरे ने ट्रैप लगाया और उसे गिरफ्तार किया। सूत्रों का कहना है कि डॉक्टर बोरहानी ऑस्ट्रेलिया से बैंकॉक गया था। 20 नवंबर को वह वहां से भारत आया और असम गया। असम में एलएसडी ड्रग लेकर मुंबई किसी ग्राहक को देने के लिए लाया था। असम में उसे ड्रग किसने दिा, जांच अधिकारियों ने अभी इसका खुलासा नहीं किया है। असम में उसकी पत्नी तोरा खासगिर रहती है। ऐंटि नार्कोटिक्स सेल की टीम उससे भी पूछताछ करेगी। तोरा ने असंभव, प्यार में कभी-कभी और विक्टोरिया 2003 में काम किया है। उसे साल 2002 में बेस्ट ऐशियन मॉडल अवॉर्ड भी मिल चुका है। उसकी बोरहानी से मुंबई में एक अवॉर्ड समारोह में मुलाकात हुई । दोनों ने साल 2004 में ऑस्ट्रेलिया में शादी कर ली।
ऐंटि नार्कोटिक्स सेल को आरोपी के पास से ऑस्ट्रेलिया का पासपोर्ट और PIO कार्ड मिला है। इमिग्रेशन और एसबी-2 के अधिकारियों से उसके पासपोर्ट को पूरी जानकारी देने को कहा गया है, ताकि यह पता किया जा सके कि वह भारत में कब -कब आया और दुनिया के भी किन-किन शहरों में आता-जाता रहा। मुंबई, गोवा, बेंगलुरु में नाइट पार्टी में अमूमन कोकेन के बाद एलएसडी (लाइसर्जिक एसिड डाइएथाइलामाइड) ड्रग की सबसे ज्यादा डिमांड रहती है।
जांच अधिकारी अब ऑस्ट्रेलिया के इस आरोपी के मुंबई ग्राहकों के नामों की शिनाख्त कर रहे हैं। एलएसडी ड्रग लिक्विड और पेपर दोनों फॉर्म में मिलती है। इसके एक डॉट की कीमत 5 से 8 हजार रुपये के बीच होती है। किसी स्टैम्प टिकट (डाक टिकट जितना साइज) के जब चार टुकड़े किए जाते हैं, तो उसके एक टुकड़े का साइज एलएसडी के एक डॉट के बराबर होता है। अमेरिका, ग्रीस, नीदरलैंड, जर्मनी जैसे देशों से तस्करी के जरिए इस ड्रग को भारत लाया जाता है।