कानपुर
नोटबंदी के करीब 14 महीने बीतने के बाद यूपी के कानपुर जिले के एक इलाके से करोड़ों रुपये के पुराने नोट मिलने से सनसनी फैल गई है। पुलिस और एनआईए की टीम ने बीते मंगलवार की रात कानपुर के तीन-चार होटेल्स और निर्माणाधीन परिसर में छापेमारी की जिसके बाद स्वरूप नगर इलाके स्थित एक घर पर पुलिस को करोड़ों रुपये के पुराने नोट मिले।छापे के दौरान पुलिस अलग-अलग कमरे में मौजूद पुराने नोटों के बिस्तर देखकर सन्न रह गई। मामले में पुलिस ने 16 लोगों को हिरासत में लिया है।
अलग-अलग जगहों पर छापेमारी
खबर के अनुसार, यह छापा कानपुर पुलिस को एनआईए से इनपुट्स मिलने के बाद पड़ा है। एनआईए और स्थानीय सुरक्षा एजेंसियों बीते दिनों पुलिस को पुराने नोट जमा होने की जानकारी दी थी। इसके बाद मंगलवार को एनआईए के साथ मिलकर पुलिस ने अलग-अलग जगहों पर छापेमारी की। सएसपी अखिलेश मीणा के अनुसार, पुराने नोटों की गिनती अभी जारी है लेकिन अनुमान है कि पूरी रकम 90 से 100 करोड़ रुपये तक की हो सकती है। इसकी घोषणा शाम तक की जाएगी।
आतंकी कनेक्शन से साफ इनकार
पुलिस ने मामले के आतंकी गतिविधि से जुड़े होने से साफ इनकार किया। एसएसपी का कहना है कि मामले के मुख्य आरोपी आनंद खत्री काफी अमीर परिवार से संबंध रखते हैं और वह नोटबंदी के बाद से ही 20 से 25 प्रतिशत के एवज में लोगों का पुराना पैसा बदलने का झांसा देते थे।
हालांकि आनंद को ये राशि जहां से बदलवानी थी वहां काम नहीं हो सका जिस वजह से पैसा घर में इकट्ठा होता गया। पुलिस के अनुसार, मंगलवार तक आनंद ने लोगों से पैसे इकट्ठा किए।
सूचना के बाद एसपी पश्चिम डॉ. गौरव ग्रोवर व एसपी पूर्वी अनुराग आर्य की टीम ने छापेमारी शुरू की। टीम ने नामी व्यापारियों के स्वरूपनगर, गुमटी, जनरलगंज व अस्सी फिट रोड स्थित प्रतिष्ठानों में छापेमारी कर पुराने नोट बरामद किए।