मुंबई : सड़क किनारे इधर-उधर फेके जाने वाले डेब्रिज से होने वाले प्रदूषण की समस्या आने वाले दिनों में दूर होगी। मनपा प्रशासन ने मुंबई में निकलने वाले डेब्रिज का निपटान करने के लिए दो प्लांट लगाने का निर्णय लिया था। दहिसर में लगाया गया प्लांट अब शुरू हो गया है। जिससे रोजाना 600 मीट्रिक टन डेब्रिज पर प्रक्रिया होगी। दहिसर प्लांट पर अब तक पिछले एक माह में लगभग 16 हजार मैट्रिक टन पर प्रक्रिया की गई।
बता दें कि मुंबई में निकलने वाली डेब्रिज एक समस्या बन गई थी। मनपा ने इसी के चलते डेब्रिज की समस्या का निपटान करने के लिए पिछले साल मुंबई में दो प्रोजेक्ट शुरू करने का निर्णय लिया, जिसमें डेब्रिज को इकठ्ठा कर उसका दोबारा उपयोग किया जा सके इस तरह का प्लांट शुरू किया गया। दहिसर में शुरू किए गए प्लांट पर 600 मैट्रिक टन का निपटारा होगा। इस डेब्रिज पर पुनर्प्रक्रिया कर उससे पेवर ब्लॉक, बेंच, और दीवार बनाने सहित सड़क के निर्माण में उपयोग किया जाएगा। डेब्रिज में प्लास्टिक, पत्थर के टुकड़े, मिट्टी और ईंटें शामिल हैं। अब डेब्रिज से निकलने वाले प्लास्टिक का उपयोग कोयले का पर्याय के रूप में उपयोग किया जाएगा। अभी तक डेब्रिज डंपिंग ग्राउंड में फेंका जा रहा था, जिससे शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बिगड़ रहा था।
500 किलो तक फ्री डेब्रिज उठा रही मनपा
अब तक शहर से निकलने वाली डेब्रिज को डंपिंग ग्राउंड में फेंका जा रहा था, जिससे शहर का वायु गुणवत्ता सूचकांक बिगड़ रहा था। मनपा अब लोगों से डेब्रिज को लेने के लिए टोल फ्री नंबर 1800-210-9976 जारी किया है। इसके अलावा माईबीएमसी मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से अपनी शिकायत कर डेब्रिज के लिए बुला सकते है। मनपा लोगों द्वारा डेब्रिज की जानकारी देने पर 500 किलो तक फ्री डेब्रिज ले रही है, जबकि उससे अधिक डेब्रिज होने पर 25 किलो की बोरी को 10 रुपए में ले जाएगी। माईबीएमसी मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से उस स्थान को जियो- टैग करके टिकट बना सकते हैं। परियोजना से जुड़े एक अधिकारी ने बताया, “मलबा तभी एकत्र किया जाएगा, जब हमारे सिस्टम में मलबा उठाने का अनुरोध दर्ज किया जाएगा। उदाहरण के लिए, यदि किसी निजी संपति को तोड़ रहे है अथवा पुनर्निर्मित किया जा रहा है तो नागरिक ऐप के माध्यम से डेब्रिज एकत्र करने का अनुरोध कर सकते हैं, जिसके बाद हमारे ट्रक डेब्रिज उठाएंगे। मनपा ने यह प्रोजेक्ट एक निजी संस्था के मध्यम से शुरू की है जिसमें जमीन से लेकर वाहन सहित डेब्रिज को क्रस करने के लिए मशीन निजी संस्था की होगी। मनपा सिर्फ डेब्रिज देने का काम करेगी। प्लांट स्थापित करने की कुल लागत 65 करोड़ रुपये है। मनपा अधिकारियों ने कहा कि पहले वर्ष में इस प्लांट के संचालन और रखरखाव के लिए ठेकेदार को 1,425 रुपये प्रति टन का शुल्क दिया जाएगा। ठेकेदार को 20 साल के लिए नियुक्त किया गया है। मनपा अधिकारियों ने कहा कि इस प्लांट के बीस साल के रखरखाव पर कुल 1,000 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इसी तरह मुंबई में बन रहे दो प्रोजेक्ट पर दो हजार करोड़ रुपया बीस साल के लिए खींच करेगी। पांच एकड़ भूमि पर फैला यह प्लांट पश्चिम उपनगर में बांद्रा और दहिसर से आने वाले डेब्रिज की समस्या को दूर करेगा। दूसरा प्रोजेक्ट ठाणे के शिलफाटा में शुरू होगा जिस पर मुंबई के शहर और पूर्व उपनगर की डेब्रिज का निपटारा किया जायेगा।