मुंबई। मनपा प्रशासन ने मुंबई के लोगों से कचरा शुल्क वसूलने का निर्णय लिया है। मनपा ने इसकी जानकारी अपने बजट में दी थी। मनपा ने कचरा शुल्क वसूलने के लिए लोगो से शिकायत और सुझाव लेने का निर्णय लिया है। मनपा अगले सप्ताह से लोगो से कचरा शुल्क वसूलने के लिए शिकायत और सुझाव लेने की शुरुआत करेगी। लोगो को दो महीने तक सुझाव देने की समय सीमा होगी। मनपा कचरा शुल्क आवासीय इमारतों, होटल, रेस्टोरेंट और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों पर लागू होगा। कचरा प्रबंधन नियम 2016 के तहत, 20,000 वर्ग मीटर से बड़े परिसरों या प्रतिदिन 100 किलोग्राम से अधिक कचरा उत्पन्न करने वाली हाउसिंग सोसायटियों को अपने परिसर में ही कचरे का वर्गीकरण और प्रसंस्करण करना अनिवार्य किया गया है।
कचरा प्रबंधन प्रणाली में होगा सुधार…
कई हाउसिंग सोसायटियां इस नियम का पालन करने में लापरवाही बरत रही हैं। इसके चलते कचरे का सही से निपटारा नहीं हो रहा है जिसका अतिरिक्त बोझ मनपा को उठाना पड़ रहा है। मनपा के नए नियमों और कचरा शुल्क नियम लागू होने के बाद लोगों से 500 वर्ग फुट तक के घरों से मासिक ₹100 और 500 वर्ग फुट से अधिक के घरों से मासिक ₹500, और 3,000 वर्ग फुट से बड़े घरों से मासिक ₹1,000 शुल्क वसूला जाएगा। मनपा को इस शुल्क से हर साल 650 करोड़ रुपये से अधिक राजस्व मिलने की उम्मीद है। जिसका उपयोग कचरा प्रबंधन प्रणाली में सुधार आधुनिक तकनीकों में निवेश और समग्र सेवा स्तर को बढ़ाने के लिए किया जाएगा। दंड में बढ़ोतरी- मुंबई मनपा ने कचरा प्रबंधन नियम 2016 के तहत दंड की दरें भी बढ़ाने का निर्णय लिया है। सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर ₹250 और पालतू जानवरों द्वारा गंदगी फैलाने पर उनके मालिकों से ₹1,000 का जुर्माना वसूला जाएगा। इसके अलावा, मांसाहारी कचरे का उचित तरीके से वर्गीकरण न करने जैसी लापरवाहियों पर भी दंड बढ़ाया जाएगा।
मुंबई : नई कर प्रणाली लागू करने के पहले लोगों से लिया जाएगा सुझाव… मनपा अब वसूलेगी कचरा शुल्क
